जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में एबीवीपी और नकाबपोश गुंडों द्वारा हमले के विरुद्ध देश भर में छात्रों और नागरिक समाज द्वारा विरोध और एकजुटता प्रदर्शन के बीच आज जेएनयू अलुम्नाइ द्वारा भी एक प्रदर्शन मार्च का आयोजन किया जा रहा है. इस मार्च में हिस्सा लेने के लिए जेएनयू दो पुराने छात्र और सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी और प्रकाश करात भी जेएनयू गेट के बाहर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया.
Sitaram Yechury, CPI-M, outside JNU: I'm here to show solidarity with JNU teachers&students. I condemn #JNUViolence. If VC thinks he can silence students then it'll not happen. We demand removal of VC, identification of those who attacked students&also roll back of fee hike. https://t.co/nz0rtHmW6G pic.twitter.com/zhoeLU3Ns1
— ANI (@ANI) January 7, 2020
सीताराम येचुरी ने गेट के बाहर मौजूद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जेएनयू में हुई हिंसा के पीछे प्रशासन का हाथ है और इसलिए वर्तमान कुलपति को तत्काल से हटा देना चाहिए.
Delhi: JNU teachers and students hold protest outside Jawaharlal Nehru University, against #JNUViolence pic.twitter.com/zB24zaQYd4
— ANI (@ANI) January 7, 2020
उन्होंने कहा कि हम संविधान को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और जो सत्ता में हैं वे संविधान की धज्जियां उड़ रहे हैं. संविधान को बचाने वाले ही सबसे बड़े देशभक्त होते हैं. हमसे बड़ा देशभक्त कोई नहीं और हमें किसी की सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं.
Delhi: JNU teachers and students hold protest outside Jawaharlal Nehru University, against #JNUViolence pic.twitter.com/zB24zaQYd4
— ANI (@ANI) January 7, 2020
जेएनयू हुई हिंसा के पीछे जो भी लोग हैं उनकी पहचान कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
Happening now– #JNU alumni in support of students. @kanhaiyakumar @_YogendraYadav @kavita_krishnan @shahalam13 and several others ! pic.twitter.com/4F3EnjmypT
— Shradha Chettri (@Shrads_chettri) January 7, 2020
सीताराम येचुरी ने कहा कि वीसी को लगता है कि हमें चुप करा देंगे किन्तु ऐसा होने वाला नहीं. हम वीसी को हटाने, हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई और फ़ीस वृद्धि वापस लेने की मांग करते हैं.
At JNU now, in solidarity, at a meeting organised by JNUTA and JNUSU #JNUTerrorAttack pic.twitter.com/jQpqpkanuB
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) January 7, 2020
गौरतलब है कि इंदिरा गांधी जब देश में आपतकाल लगाया था उस समय सीताराम येचुरी जेएनयू छात्र संघ के प्रेसिडेंट थे और उन्होंने आपातकाल के खिलाफ भी आन्दोलन किया था.
उधर कोलकाता, मुंबई, सहित देश के कई शहरों में जेएनयू पर हुए हमले के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी है.
West Bengal: Jadavpur University students hold protest in
Hazra in Kolkata, against #JNUViolence, #CitizenshipAmendmentAct and #NRC. pic.twitter.com/SnumPUAd9t— ANI (@ANI) January 7, 2020
कोलकाता के जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्रों ने इस हिंसा के खिलाफ मार्च निकाला है. और भी कई शहरों में प्रदर्शन जारी है.
इधर खबर है कि दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी के पास हिंसा से संबंधित कोई फोटो, वीडियो या सूचना है तो वे उसे पुलिस से साझा करें.
Dr. Joy Tirkey, DCP/Crime, Delhi Police: All those who are witnesses to #JNUViolence or have any info about it or have captured any activity on mobiles or camera, are hereby requested to come forward&give their statements/footage /picture to SIT at Admin Block, JNU Campus pic.twitter.com/hgaEEEREIn
— ANI (@ANI) January 7, 2020