जामिया मिलिया इस्लामिया की लाइब्रेरी में पिछले साल 15 दिसंबर को पुलिस द्वारा छात्रों पर लाठीचार्ज के कुछ और वीडियो सामने आये हैं. वीडियो में सुरक्षाबल डंडों से छात्रों को पीटते हुए दिख रहे हैं. बताया गया कि वीडियो जामिया की लाइब्रेरी का है जहां छात्र पढ़ रहे थे और सुरक्षाबल अचानक से घुसकर छात्रों को पीट रहे हैं. वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो को भी 15 दिसंबर का बताया गया है.
Another CCTV footage of the police violence on students inside reading hall of #JamiaMilliaIslamia on December 15, 2019. pic.twitter.com/5zt6AhIiHX
— Jamia Millia Islamia (@jamiamillia_) February 17, 2020
मक्तूब मीडिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में सुरक्षा बलों को दरवाजा तोड़कर रीडिंग हाल में घुसकर छात्रों को घेर कर मारते देखा जा सकता है. इस वीडियो को कई जाने-मने पत्रकारों ने भी सोशल मीडिया पर साझा किया है.
https://twitter.com/Jamia_JCC/status/1229289867948900358
हालांकि जामिया प्रशासन का कहना है कि ये वीडियो उनकी ओर से जारी नहीं किए गये हैं. वहीं जामिया में पिछले साल 15 दिसंबर को हुई बर्बरता से जुड़ा एक वीडियो कल सामने आने के बाद दो और नए वीडियो सामने आए. एक वीडियो में एक पुलिस जवान सीसीटीवी कैमरा तोड़ने की कोशिश करता दिखाई दे रहा है.
पहले वीडियो में जहां सुरक्षाबल लाइब्रेरी में मौजूद छात्रों पर डंडे बरसाते नजर आए तो वहीं दूसरे और तीसरे वीडियो में कुछ छात्र लाइब्रेरी में घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं. इनके हाथ में पत्थर भी हैं.
https://twitter.com/Jamia_JCC/status/1229290144185769984
इस पर दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नज़ीव जंग ने कहा कि पुलिस को इसकी जाँच करनी चाहिए, साथ ही उन्होंने कहा कि छात्रों का लाइब्रेरी में पत्थर लेकर घुसना भी निंदनीय है.
Najeeb Jung, former Lieutenant Governor of Delhi on Jamia library video: A statement should come from the Police on this. If a student entered the library carrying stone that is also condemnable. There should be a proper investigation into this. pic.twitter.com/yOn821J7Sb
— ANI (@ANI) February 17, 2020
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून पारित होने के तुरंत बाद जामिया मिलिया इस्लामिया के स्टूडेंट्स ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठी चार्ज किया था. उस समय पुलिस पर आरोप लगाया गया था कि उसने जामिया की लाइब्रेरी में बैठे विद्यार्थियों के साथ बर्बरता की थी. साथ ही पुलिस पर लाइब्रेरी में घुसकर तोड़फोड़ का भी आरोप लगाया गया था. पुलिस ने सफाई में कहा था कि छात्रों पर हल्का बल प्रयोग किया गया था.
अब इन वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस के एक्शन पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने दिल्ली पुलिस, लोकतंत्र की स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं.उन्होंने कविता ट्वीट किया है .
Police brutality in Jamia library
December 15 ( Tape )When
Policemen hide the truthWhen
There’s no dialogue with the youthWhen
Speeches are uncouthWhen
Government becomes a sleuthAnd
Data is full of “ jhooth “Slowly
Democracy will weaken at it’s roots— Kapil Sibal (@KapilSibal) February 17, 2020
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ये वीडियो शेयर करते हुए दिल्ली पुलिस और गृहमंत्री को निशाने पर लिया है. उन्होंने ट्वीटकर लिखा- ‘देखिए कैसे दिल्ली पुलिस पढ़ने वाले छात्रों को अंधाधुंध पीट रही है. एक लड़का किताब दिखा रहा है, लेकिन पुलिस वाला लाठियां चलाए जा रहा है. गृह मंत्री और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने झूठ बोला कि उन्होंने लाइब्रेरी में घुस कर किसी को नहीं पीटा.’
देखिए कैसे दिल्ली पुलिस पढ़ने वाले छात्रों को अंधाधुंध पीट रही है। एक लड़का किताब दिखा रहा है लेकिन पुलिस वाला लाठियां चलाए जा रहा है।
गृह मंत्री और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने झूठ बोला कि उन्होंने लाइब्रेरी में घुस कर किसी को नहीं पीटा।..1/2 pic.twitter.com/vusHAGyWLh
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 16, 2020
उन्होंने आगे लिखा कि इस वीडियो को देखने के बाद जामिया में हुई हिंसा को लेकर अगर किसी पर एक्शन नहीं लिया जाता तो सरकर की नीयत पूरी तरह से देश के सामने आ जाएगी.