WHO ने गिने 7 दिन में 40 लाख नये केस: क्या दुनिया कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में है?

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दुनिया के कई मुल्‍कों में फिर से कोरोना ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। डब्ल्यूएचओ द्वारा वैश्विक महामारी विज्ञान अपडेट में बताया गया कि कोरोना का बेहद संक्रामक डेल्टा स्वरूप का प्रकोप 135 देशों में सामने आ चुका है। 132 देशों में बीटा स्वरूप और 81 देशों में गामा स्वरूप सामने आया है। वहीं अल्फा स्वरूप 182 देशों में मिला है। भारत समेत पूरी दुनिया कोरोना की दो लहरों से जूझ चुका है। जिस तरह की तबाही यह वायरस अपने साथ लेकर आया था। उसे कभी भूला नहीं जा सकता। खासकर भारत ने दूसरी लहर में प्रशासन और व्यवस्थाओं की कमी से जो त्रासदी झेली है और अब तीसरी लहर का अंदेशा या यूं कहें दस्तक साफ नजर आ रही है। डब्ल्यूएचओ के अपडेट में बताया गया है की देश भर से महज़ एक हफ्ते में 40 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। सभी अलग-अलग वैरीयंट के हैं।

सबसे ज्यादा तबाही डेल्टा स्वरूप से..

कोरोना की दूसरी लहर में इस बीमारी के कई तरह के स्वरूप पाएगा जिसमें से डेल्टा स्वरूप पहली बार भारत में मिला था और अब इसने 135 देशों में पैर पसार दिया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार डेल्टा स्वरूप के मामले अब 135 देशों में सामने आ चुके हैं। वहीं 26 जुलाई से एक अगस्त तक कोरोना के अलग अलग स्वरूप के दुनिया भर से 40 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं। कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण पूर्वी भूमध्य क्षेत्र एवं पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र है। जहां इस हफ्ते, पिछले हफ्ते की तुलना में 37 % और 33 % बढ़ोतरी देखी गई है। वही दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र में 9% तक मामले बढ़े हैं।

किस देश में कितने केस आए?

पिछले हफ्ते नए मामले सबसे ज्यादा अमेरिका में आए हैं। 5,43,420 मामले 9% की वृद्धि के साथ सामने आए। इसके बाद भारत है जहां 2,83,923 नए मामले  7 % वृद्धि के साथ आए हैं। इंडोनेशिया में 2,73,891 नए मामले, ब्राजील 2,47,830, थाईलैंड 1,18, 012 और ईरान में 2,06,722 नए मामले 27 % वृद्धि से सामने आए।

WHO का देशों से वैक्सीनेशन का आग्रह..

विश्‍व स्‍वास्‍थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ का कहना है कि दुनिया भर से सामने आए संक्रमण के कुल मामले अब 19.7 करोड़ पर पहुंच गए हैं और मौत के मामले 42 लाख के करीब पहुंच गए हैं। अगर संक्रमण फैलने की रफ्तार नहीं थमी तो अगले हफ्ते तक कोरोना के कुल वैश्विक मामले 20 करोड़ को पार कर जाएंगे।

पश्चिम और यूरोपीय देशों में कोरोना के मामले सबसे अधिक सामने आ रहे हैं। WHO के अनुसार, पिछले कुछ हफ्तों में भारत, इंडोनेशिया, ब्रिटेन, ब्राजील और अमेरिका से कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। WHO ने कोरोना के मामलों में वृद्धि होने वाले देशों से आग्रह किया है कि इस साल के आखिर तक वो अपने देश में कम से कम 40 फीसदी आबादी को वैक्सीनेट कर दें।

कितना तैयार है भारत तीसरी लहर के लिए?

डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के बढ़ते मामले और आने वाली लहर के अंदेशे को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेटेड करने को कहा है। देशों में वैक्सीनेशन के बावजूद भी नए मामलों बढ़ रहे हैं जोकि चिंता वाली बात है। भारत के प्रधानमंत्री के अनुसार सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन भारत में हुआ है। लेकिन इस बात को भी अनदेखा नहीं कर सकते की भारत में लोगों में वैक्सीन को लेकर तरह तरह के भ्रम और अफवाहें हैं। जिसको हटाने के लिए सरकार की और से कोई खास काउंसलिंग नहीं की जा रही है। दूसरी लहर के दौरान भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था और दूसरी लहर के बाद लोग जिस तरह से बिना मास्क, बिना वैक्सीनेशन के घूम रहे हैं बिना किसी डर पाबंदी के उसे देख कर एक ऐसा कहा नहीं जा सकता कि तीसरी लहर के लिए भारत तैयार है।


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