अगर अभी भी आप सरकार के, सबकुछ ठीक और नियंत्रण में होने के दावे पर यक़ीन करते हैं – तो आपको ये आंकड़े एक बार देख लेने चाहिए। देश में कोरोना संक्रमण के नए मामले, सारी हदें पार कर गए हैं। पिछले 24 घंटों में अब तक के एक दिन में सर्वाधिक मामले ही नहीं आए – भारत एक दिन में 10 हज़ार नए संक्रमण के आंकड़े को पार भी कर गया। 6 जून के नए कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या, ख़ौफ़ज़दा करने वाली है – 10,521 और अब हम कोरोना संक्रमण के मामलों में स्पेन से भी आगे निकल गए हैं।
इन आंकड़ों के साथ भारत अब कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित 5 देशों की सूची में आ गया है। 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि हम कोरोना संक्रमण मामलों में – लाॉकडाउन के समय दुनिया में सबसे अधिक प्रभावित इटली से आगे निकल गए थे। अब 24 ही घंटों के अंदर, भारत में कुल कोरोना मामलों की संख्या, अभी तक 5वें स्थान पर रहे स्पेन से भी अधिक 2,46,622 हो गए हैं। स्पेन में अभी 2,41,310 मामले हैं। इस तरह भारत में अब केवल अमेरिका, ब्राज़ील, रूस और यूनाइटेड किंगडम से ही कम मामले हैं।
इसी के साथ पहले 10 देशों में कुल संक्रमण के मामलों में भारत की हिस्सेदारी 5.3 फीसदी हो गई है। भारत यूके को छोड़ कर सभी यूरोपीय देशों से कोरोना संक्रमण के मामलों में ऊपर जा चुका है। हालांकि हैरतअंगेज़ ढंग से भारत में रिकवरी रेट, 50 फीसदी के आसपास जा पहुंचा है। हालांकि इसके बारे में आपको हम सच बता चुके हैं कि कैसे डिस्चार्ज गाइडलाइंस में बदलाव कर के, ये रिकवरी रेट बाक़ायदा गढ़ा गया है।
दरअसल अब सरकारों की सोच और स्थिति हमारे सामने है। सरकार हमको न केवल गुमराह कर रही हैं, उसके हाथ में शायद ही स्थिति का कोई नियंत्रण है। लॉकडाउन न केवल असफल रहा है, ये सरकार की विफलता भी है कि न केवल नए मामले बढ़ रहे हैं, बल्कि रोज़ गाइडलाइंस बदल कर, आंकड़ों से भी खेला जा रहा है। सोचना हमको है कि हम आंख बंद कर के सरकार पर भरोसा करते रहें या फिर सवाल पूछें…