हांगकांग प्रशासन द्वारा चीन प्रत्यपर्ण की अनुमति देने वाले विवादित बिल के खिलाफ हांगकांग के लोगों द्वारा 3 महीने से चल रहे जबरदस्त प्रदर्शन का असर दिखने लगा है. ‘साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट’ ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि हांगकांग की नेता कैरी लैम अब इस बिल को औपचारिक रूप से वापस लेने पर योजना बना रही है. साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट हवाले से कहा गया है कि लैम ने आज शाम 4 बजे प्रदर्शनकारी लोकतंत्र समर्थक राजनेताओं की बैठक लिए बुलाया है.
Hong Kong's government plans to meet amid speculation leader Carrie Lam may formally withdraw an extradition bill as protesters have demanded. https://t.co/eJgEQ5DnQj
— The Associated Press (@AP) September 4, 2019
गौरतलब है कि बिल की औपचारिक वापसी लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में से एक है, जिसके लिए वे बीते तीन महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं.
Hong Kong's Carrie Lam will formally the extradition bill, SCMP says https://t.co/h9xmD0gObz
— Bloomberg Asia (@BloombergAsia) September 4, 2019
लैम ने कहा है कि उन्होंने कभी भी बीजिंग से अपने इस्तीफा की बात नहीं कही है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चीन की आलोचना होने लगी. चीन इस प्रदर्शन से इतना डर गया था कि उसने सेना को हांगकांग में उतारने की भी धमकी दे डाली.
JUST IN: Hong Kong government source confirms reports that leader Carrie Lam will formally announce withdrawal of extradition bill on Wednesday pic.twitter.com/X8YacHxn82
— Reuters (@Reuters) September 4, 2019
इस बीते सप्ताह के अंत में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच भयंकर हिंसा की झडपें हुई हैं जिसमें प्रदर्शनकारियों ने पेट्रोल बम फेंके, पुलिस ने करीब 1,100 ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आंसू गैस के गोले और काली मिर्च के स्प्रे दागे.
विवादित बिल वापिस लेने की खबर के बाद अख़बारों के ख़बरों के से पता चला है कि प्रॉपर्टी डिवेलपर्स के नेतृत्व में हांगकांग के शेयरों ने छलांग लगाई है. दोपहर स्थानीय समय 2:16 बजे तक बेंचमार्क हैंग सेंग इंडेक्स ने 3.1% की बढ़त हासिल कर 3.9% तक बढ़ गया.
बता दें कि हांगकांग प्रशासन द्वारा मुख्य भूमि चीन के साथ किसी भी आपराधिक मामले में हांगकांग के लोगों का चीन में प्रत्यर्पण के संधि के खिलाफ दस लाख से ज्यादा हांगकांग वासियों ने प्रदर्शन शुरू किया था. जिसके बाद से लगातार पुलिस और प्रदर्शकारियों के बीच हिंसक झड़पें होती रहीं. वहां का बाज़ार ठप पड़ने लगा, रेल, हवाई सेवा सब पर असर पड़ा. इस तरह से से हांगकांग बीजिंग के लिए सबसे बड़ा संकट बन कर खड़ा हो गया.
कल ही भारत में चीनी राजदूत सन वेइदोंग ने कहा कि हांगकांग हमारा आंतरिक मामला है. कुछ बाहरी ताकतें चीन के आंतरिक मामले में दखल दे रही हैं और हिंसक अपराधों को शांतिपूर्ण विरोध के रूप में जान-बूझकर पेश कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि हांगकांग का मामला चीन का आंतरिक मामला है और यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त एक तथ्य है. हांगकांग पर कोई संप्रभुता का मुद्दा नहीं है. हम किसी भी बाहरी ताकत को हांगकांग के मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं देंगे.
Sun Weidong: Hong Kong affairs are purely China’s internal affairs & this is a fact recognised internationally. There is no sovereignty issue over Hong Kong at all. We will not let any external forces to interfere in Hong Kong affairs or draw parallel to other issues. (3/9) https://t.co/IApsJ9mHeZ
— ANI (@ANI) September 4, 2019
इससे पहले चीन ने हांगकांग पर जी-7 देशों द्वारा जारी साझा बयान के प्रति असंतोष व्यक्त किया था. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने बीजिंग में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा था, “हांगकांग मामले में जी-7 नेताओं के बयान का हम पुरजोर विरोध करते हैं.”
शुआंग ने कहा था, “हम ये कई बार कह चुके हैं कि हांगकांग पूरी तरह चीन का आंतरिक मामला है. और किसी विदेशी सरकार, संगठन या फिर किसी व्यक्ति को इसमें हस्तक्षेप करने की जरुरत नहीं है.”