हिन्दुओं में परंपरागत रूप से पढ़ा-लिखा समुदाय यानी कायस्थ समुदाय राजनीतिक तौर पर मूर्ख और कमजोर बना रहे, इसके लिए भाजपा ने आजकल राष्ट्रवाद का सारा ठेका कायस्थों को ही सौंप दिया है।…
अत्यंत गरीब श्रेणी में मुसहर समुदाय के परिवारों का नाम शामिल नहीं किया जाना और केंद्र एवं राज्य सरकार की सामाजिक सुरक्षा एवं जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें इस तरह से मुहैया…
शाम 7 बजे के लगभग झांसी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ अचानक बढ़ने लगी है। यहां से जाने वाले यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बढ़े हुए यात्रियों को थोड़ी…
इन दिनों भले ही समाचार माध्यमों में हर तरफ बेगूसराय छाया हुआ है, मगर असल हाइ प्रोफाइल लड़ाई गोप का पोप कहे जाने वाले मधेपुरा में हो रही है, जहां तीन बड़े यादव उम्मीदवार अपने-अपने…
डॉ. भीमराव आंबेडकर की भारतीय समाज में पहचान मुख्यत: एक समाज सुधारक, सामाजिक न्याय के प्रणेता, रक्षक और संविधानविज्ञ के रूप में प्रतिष्ठित है। 2014 से पहले डॉ. आंबेडकर की पहचान भारतीय समाज…
यह हमारे लिए सुखद आश्चर्य की बात थी कि इस्माइलपुर जैसे दियारा के इलाके में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र न सिर्फ खुला था, बल्कि वहां डॉक्टर भी मौजूद थे. स्वास्थ्य केंद्र का भवन वैसे…
स्लावोज़ जिज़ेक आखिरकार वही हुआ जिसकी आशंका थी- जुलियन असांज को इक्वेडर के दूतावास से घसीट कर बाहर लाया गया और गिरफ्तार कर लिया गया। इसमें कोई अचरज नहीं होना चाहिए: लंबे समय…
चुनाव पर चर्चा से पहले दो खौफ़नाक कथन : 1- “ मोदी नाम की सुनामी है.देश में जागृति आई है.मुझे लगता है कि इस चुनाव के बाद 2024 में चुनाव नहीं होगा.केवल यही…
आज लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान का प्रचार समाप्त हो रहा है। मतदान 11 अप्रैल को है। जिन सीटों पर चुनाव होने हैं, उनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीटें शामिल…
डॉ. प्रसेनजित बोस इस आम चुनाव में बेगूसराय निर्वाचन क्षेत्र की अहमियत बढ़ गयी है क्योंकि यहाँ की लड़ाई द्विपक्षीय राजनीति के विपरीत जाती दिखाई पड़ रही है. पिछली बार नवादा से जीते…
पुष्यमित्र हमारा तो नाम ही खराब हो गया है. जिस तरह की खबरें मीडिया में आयी हैं, उससे हर कोई सोचता होगा सबौर वालों ने खूब माल काटा है. कुछ लोग तो मुंह…
लोकसभा निर्वाचन-2019 की चुनावी प्रक्रिया का आग़ाज़ हो चुका है। सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों के नेता और उम्मीदवार सरकार की नीतियों और कार्यों का गुणगान कर रहे हैं तो विपक्षी पार्टियां और उनके नेता…
मनदीप पुनिया यह हॉस्टल क्रांतिकारियों का अड्डा रहा। चंद्रशेखर आज़ाद, अशफ़ाक उल्ला खां और उनके कई साथी यहां ठहरे हैं। अजय देवगन वाली फ़िल्म ओमकारा भी यहीं बनी… रोड किनारे खड़ा नौजवान अपना…
डॉ. ए.के. अरुण एक फरवरी 2018 को जब लोकसभा में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य बीमा योजना की घोषणा की तब लोगों को सुनने में यह मोदी की ‘मास्टर स्ट्रोक’…
हफ़िंग्टनपोस्ट के समर्थ बंसल, गोपाल साठे, रचना खेरा और अमन सेठी ने ‘द एसोसिएशन ऑफ़ बिलियन माइंड्स’ के बारे में विस्तार से ख़ुलासा किया है. इसमें बताया गया है कि यह संस्था सीधे…
मांझी बहुल गया में बाल मजदूरी पर बात करने वाले लोग ही नहीं मिलते. चुनाव का मसला सिर्फ इतना है कि मांझी किसको वोट देंगे. जीतन राम को या विजय मांझी को पुष्यमित्र…
प्रकाश के रे साल 2012 में 16 दिसंबर को दिल्ली में हुई बर्बरता ने समूचे देश को झकझोर दिया था. कई हफ़्तों तक आंदोलन का माहौल रहा था तथा वारदात से जुड़ी हर…
ऋषिकेश शर्मा गन्ना उत्पादन में देश के सबसे अग्रणी क्षेत्रों में से एक चंपारण। चंपारण की धरती जो कभी निलहों यानी अंग्रेजों का आतंक झेलती थी वो आज सरकार का आतंक झेल रही…
उमर खालिद हमारा देश एक ऐसे दौर से गुज़र रहा है, जहा नफ़रत, साम्प्रदायिकता और हिंसा आम बात हो गई। इस बहुसंख्यकवादी दौर में मुसलमान होना, मुसलमान जैसा दिखना, अपराध सा बना दिया…
तनवीर आलम देश में आम चुनाव का बिगुल बज चुका है। हर तरफ चुनावी हंगामे और उन हंगामों में रोज़ एक नई बहस और उस पर विवाद सुनने को मिल रहा है।हाल की…
औद्योगिक विकास के लिए तरस रहे बिहार में आखिर क्यों नहीं उठती डालमिया नगर को फिर से विकसित करने की मांग? क्यों राजनेताओं के एजेंडे में नहीं है इस औद्योगिक परिसर को फिर…
पंकज चतुर्वेदी राष्ट्रीय गीत वह रचना बन पाती है, जो राष्ट्र की आत्मा–उसके आत्म-गौरव, वैशिष्ट्य और सुंदरता को बहुत सांद्र, उदात्त और पारदर्शी ढंग से अभिव्यक्त कर सकती हो। फिर राष्ट्रीय जलसों में…
दास मलूका जगह……उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से तकरीबन तीस किलोमीटर दूर फोर लेन सड़क से सटा एक सेकेंड क्लास कस्बा। वक्त……सुबह 10 बजे के बाद, जब जलेबी, कचौड़ी समोसे की डिमांड ख़त्म…
रवीश कुमार क्या आप किसी ऐसी पार्टी के बारे में जानते हैं जिसने दो साल से कम समय के भीतर सैंकड़ों नए कार्यालय बना लिए हों? भारत में एक राजनीतिक दल…
जलती ट्रेन के फैसले से उठते सुलगते मुद्दे ! . विकास नारायण राय समझौता ट्रेन तो जल गई लेकिन अपने पीछे सुलगते मुद्दे छोड़ गयी| बारह साल बाद केस में फैसला तो आया…