27 जुलाई 2019 को बनारस से नागरिक समाज और सामजिक कार्यकर्ताओं की एक जांच टीम सोनभद्र पहुंची। जांच टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और अपनी रिपोर्ट…
2019 के आम चुनावों के नतीजों ने हमें जो दिखाया है उसकी तमाम वजहें विश्लेषकों और विद्वानों ने गिनाई है, उनमें ज़्यादातर वजहें जायज़ हैं और उसका कुछ न कुछ असर नतीजों पर…
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कमाल कर दिया। उन्होंने अमेरिका में अपने आतंकवादियों के बारे में ऐसी बात कह दी, जो आज तक किसी भी पाकिस्तानी नेता ने कहने की हिम्मत नहीं…
‘वन अधिकार मान्यता कानून’ 2006, पर सुप्रीम कोर्ट मे सुनवाई होने वाली है, यह सुनवाई इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लाखों जनजातियों लोगों के जीवन से जुड़ा हुआ मामला है.यदि इस मामले में…
नवउदारवाद के घोड़े पर सवार ग्लोबल दुनिया में चौड़ी होती सड़कों और तेज़ रफ़्तार वाहनों और सूचना प्रौद्योगिकी के भयावह प्रसार के बीच यदि कोई चीज़ निरंतर संकुचित होती जा रही है तो…
वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहने वाले सीमा सुरक्षा बल के बर्खास्त जवान तेज बहादुर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की है और इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र…
नरेंद्र नीरव जमीन पर जब खून गिरा हो तब स्याही का क्या वास्ता? 2 जून 1991 को जब डाला में निजीकरण का विरोध कर रहे श्रमिकों पर पुलिस ने गोलियां चलायीं तब नौ…
हत्याकांड पूर्व नियोजित और प्रशासन भूमाफिया के साथ खड़ा था घटना के दौरान जिला पुलिस और प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने नहीं उठाया पीड़ित पक्ष का फोन नृशंसता इतनी कि गोली खाकर…
प्रियंका गांधी को सोनभद्र के आदिवासी गांव उभा में पीड़ितों से मिलने जाने की अदम्य इच्छा को देख बेलछी की याद आना स्वाभाविक है। बेलछी को लोग इंदिरा गांधी की वापसी के प्रतीक…
इस बार के बजट में मोदी सरकार ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से कहा है कि अब अपने हर साल के जनरल फंड के सरप्लस का 75 फीसदी कंसॉलिडेटेड फंड ऑफ…
रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स की ओर से अप्रैल 2019 में जारी विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत 180 देशों में से 140वें स्थान पर है. पेरिस स्थित रिपोर्टर्स सैन्स फ्रंटियर्स (आरएसएफ) या रिपोर्टर्स विदआउट…
अफगानिस्तान के सवाल पर पिछले हफ्ते चीन में चार देशों ने बात की। अमेरिका, रुस, चीन और पाकिस्तान ! इनमें भारत क्यों नहीं है ? क्या अफगानिस्तान से भारत का कोई संबंध नहीं…
नोटबन्दी लागू की गयी तब कहा गया कि अमीर आदमी चोर है, काला धन रखता है। जीएसटी जब लागू की गई तब बताया गया कि व्यापारी चोर है, टैक्स चोरी करता है। अब…
बिहार में बाढ़ से भीषण तबाही मच रही है। आम लोगों की राय में इस बार की बाढ़ भयावह है। देश के कई हिस्सों में बाढ़ की विभीषिका साफ दिखाई पड़ रही है।…
जब ‘क्रिकेट’ भारत के लोगों के मन-मस्तिष्क से लेकर ड्राइंग रूम तक, बाजार की धड़कती हुई धड़कनों से लेकर सत्ता और विपक्ष के नेतृत्वकर्ताओं के ट्वीट तक आ पहुचा हो! ऐसे में क्रिकेट…
मोदी सरकार जब पिछली बार जीत कर आई थी, अपनी जीत का जश्न उसने प्रगतिशीलों, बुद्धिजीवियों पर हमले से किया था। इस बार की जीत के जश्न की शुरूआत भी उसी प्रकार की…
मर्दों के क्रिकेट के शोर में डूबे हुए इस देश को कौन बताए कि इसकी एक बेटी 100 मीटर फर्राटा दौड़ में पूरे विश्व को झकझोर आई है। सोचिए 100 मीटर फर्राटा। जिस…
“हम हौज़ काज़ी को, बल्लीमारान को अयोध्या बना सकते है। अब हिन्दू पिटेगा नहीं ये उनको समझ लेना चाहिए”- यह भाषा विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त सचिव सुरेन्द्र जैन की थी जब पुरानी…
मंगलवार को नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज़ ‘’सेक्रेड गेम्स’’ के दूसरे सीज़न का ट्रेलर आया। सीरीज़ स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त को रिलीज़ हो रही है। दो मिनट के इसके ट्रेलर में तीन शब्द…
आज इकनॉमिक टाइम्स की खबर बता रही है कि अब मुंबई के दलाल स्ट्रीट को ‘डिफॉल्ट स्ट्रीट’ कहा जा रहा है। कारण यह है कि कई सूचीबद्ध कंपनियां अपने कर्ज का भुगतान नहीं…
नदी को सभ्यता की जननी कहा जाता है, किन्तु जैसे-जैसे सभ्यता का विकास और विस्तार होता चला गया वैसे-वैसे जननी मरती-सूखती चली गई. हाल ये है कि विश्व के कई देश भीषण जल…
लोकसभा चुनावों में 23 मई 2019 को भाजपा की प्रचंड जीत का एलान हुआ। भोपाल से भाजपा की प्रत्याशी और आतंक की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय…
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का बजट-भाषण काफी प्रभावशाली था। वे अंग्रेजी में बोलीं, जिसे देश के बहुत कम लोगों ने समझा होगा। जो लोग अंग्रेजी समझते हैं, वे कौन लोग हैं ? शहरी हैं,…
जिस तरह ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष को आतंक और हिंसा का पर्याय बना दिया गया है, वह भविष्य के लिए खतरे की घंटी है। एक सामान्य भारतीय हिन्दू मंदिर जाकर मत्था टेकता है,…
अर्थव्यवस्था की खराब हालत से निपटने का कांग्रेस का तरीका सबसे व्यावहारिक और अच्छा था। मोटी बात यही थी कि लोगों को पैसे दिए जाते तो वे खर्च करते और खर्च करते तो…