हर व्यक्ति का घर उसकी शरणस्थली होता है और सरकार बिना किसी ठोस कारण और क़ानूनी अनुमति के उसे भेद नहीं सकती यह बात आज से 124 साल पहले 1895 में लाए गए…
नगा लोगों का दावा है कि 562 राजघरानों की तरह नगा नेता फीज़ो ने भारत सरकार के साथ भारत की आजादी के वक्त कोई विलय संधि नहीं की और न ही नगालैण्ड, जिसे…
हरियाणा और महाराष्ट्र में हुए चुनाव ने अचानक ही विश्लेषण की भाषा बदल दी है। जो लोग हरियाणा में 70 पार का अनुमान लगा रहे थे या इस डर से चुनाव विश्लेषण की…
भारत में तो हम दीवाली मना रहे हैं, लेकिन दुनिया के कई देशों में जनता की बगावत का आज सबसे बड़ा दिन है। हमारे पड़ोसी पाकिस्तान में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के नेता फजलुर रहमान…
लोकतंत्र की सबसे सटीक परिभाषा अब्राहम लिंकन की मानी जाती है, जिनके अनुसार लोकतंत्र “जनता की, जनता के द्वारा और जनता के लिए” स्थापित शासन प्रणाली है. कालान्तर में यह परिभाषा राजनीतिशास्त्र के…
उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड और गुजरात के हरेन पंड्या मर्डर कांड के बीच क्या कुछ समानता है? इस हत्याकांड को जिस तरीके से अंजाम दिया गया और बाद में जो…
बाबरी मस्जिद और राम जन्मभूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट अगले महीने अपना फ़ैसला सुना सकता है। क्या इस फ़ैसले के आने के बाद यूपी सरकार प्रदेश की सुरक्षा को लेकर तैयार है या…
आज सुबह शुरुआती कारोबार में इंफोसिस के शेयर 10 फीसदी की तेज गिरावट दर्ज की गयी है.देश की दूसरी सबसे बड़ी आइटी कंपनी इन्फोसिस जो फोर्ब्स की ताज़ा लिस्ट में विश्व की 250…
अनुच्छेद 370 और 35अ के इर्दगिर्द बुने तमाम कानूनों, संवैधानिक प्रावधानों, राष्ट्रपति के आदेशों, राजनीतिक इतिहास और कानूनी दाँव-पेंचों के जाल-ताल की वजह से इसको रद्द किए जाने की जो बहसें हाल-फिलहाल चल…
संजय वर्मा असम में रह कर लौटे हैं। वहां तमाम लोगों से इन्होंने मुलाकात की। निर्माणाधीन हिरासत केंद्र देखने गए। अपने फेसबुक पर इन्होंने चार किस्तों में नेशनल सिटिजन रजिस्टर यानी एनआरसी के…
जब पूरब का ऑक्सफोर्ड कहलाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय का कैंपस छात्रों और पुलिस प्रशासन के बीच जद्दोजहद के आंगन पर तप रहा था, उसी समय भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को मिले नोबेल…
लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारने के बाद कांग्रेस एक प्रकार से कोमा मे चली गयी लगती है। पार्टी अध्यक्ष के पद से राहुल गाँधी के इस्तीफे ने पार्टी के सामने एक विकट…
एक साधारण सूचना शेयर कर रहा हूँ. यह कि बिहार के जहानाबाद में मूर्ति विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक दंगा हुआ. वही ट्रेंड दुहराया गया. किसी ने देवी प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया. ऑफ कोर्स…
लगभग दो महीने पहले हरियाणा में भाजपा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई में 22 दिन की “जन आशीर्वाद यात्रा” में जिस समर्थन और उत्साह का प्रदर्शन किया था और उससे अभिभूत…
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले में 8 अक्टूबर को बंधु प्रकाश पाल, उनकी पत्नी ब्यूटी और पाँच साल के बेटे अंगन की निर्मम हत्या कर दी गई। इस हत्या की खबर आते ही…
तांत्रिकों और कथावाचकों का मंत्री बनना, सड़क घेरकर कहीं भी रातोंरात मंदिर और ग्रीन बेल्ट छेंककर गुरद्वारे खड़े हो जाना, हर रात ही पूरे मोहल्ले का सिर खाते माता के जगराते, नए-नवेले भगवानों…
10 अक्टूबर, ‘विश्व बेघर दिवस’ पर इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसाइटी (IGSSS) ने भारतीय सामाजिक संस्थान के सभागार में प्रेस कान्फ्रेंस करके मीडिया के सामने देश के पांच राज्यों के 15 शहरों में…
दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में विभागाध्यक्ष पद को लेकर इन दिनों घमासान मचा हुआ है। एक ओर प्रो. श्यौराज सिंह बेचैन के समर्थक हैं तो दूसरी ओर प्रो. केएन तिवारी। इसमें पहला…
बीते 25 सितम्बर को मध्य प्रदेश के शिवपुरी ज़िले के एक गाँव भावखेड़ी में दो बच्चों की नृशंस हत्या कर दी गयी थी। मीडिया में कारण यह आया था कि उन्हें खुले में…
गृहमंत्री अमित शाह यह भूल जाते हैं कि अब वह केवल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं, बल्कि देश के गृह मंत्री भी हैं। यही नहीं, वह शायद यह भी भूल जाते…
विजयादशमी (दशहरा) को प्रतीक और यथार्थ दोनों ही संदर्भों में शक्ति का पर्व माना जाता है। रावण का वध हो चुका है। सीता को छुड़ाया जा चुका है और मर्यादा पुरुषोत्तम राम अपना…
कला जगत में आजकल लोक कलाओं के संरक्षण और उनके संवर्धन का विमर्श जोर-शोर से चल रहा है, लोक कला के विकास के नारे चारों तरफ गूँज रहे हैं। सरकार से लेकर सामाजिक…
मोदीराज में देश कर्ज के गहरे भँवर में डूबता हुआ दिखाई दे रहा है, आपको जानकर बेहद आश्चर्य होगा कि आजादी के 67 साल में यानी 2014 तक देश के ऊपर कुल कर्ज…
मुझे नहीं लगता कि अपनी हाल-फ़िलहाल की स्मृति में मैंने लोगों को महात्मा गांधी को इतना अधिक, इतनी तीव्रता के साथ याद करते हुए कभी देखा हो। अगर हर साल 2 अक्टूबर को…
संयुक्त राष्ट्र महासभा में 15 जून 2007 को महात्मा गाँधी की जयंती यानी 2 अक्टूबर को हर साल विश्व अहिंसा दिवस मनाने के प्रस्ताव पर मतदान हुआ। महासभा के सभी सदस्यों ने इसका…