सोनभद्र के बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में शुक्रवार को एक अवैध खान में हुए हादसे में मरने वाले मजदूरों की संख्या पांच पहुंच गयी है। शनिवार तक दो लाशाें को निकाला गया था। आज तीन लाशें और निकाली गयी हैं। दो ज़ख्मी मजदूरों का इलाज चल रहा है। इस मामले में पट्टेदार भाजपा नेता सुरेश केशरी पर एफआइआर दर्ज कर ली गयी है।
Sonbhadra: Bodies of 3 more labourers found in a stone mine in Markundi area; Total 5 labourers dead, 2 injured https://t.co/CQ2tl88UFt
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 1, 2020
शुक्रवार को हादसे के बाद मामले में एफआइआर करने में प्रशासन ने आनाकानी की थी जिसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने खनन विभाग के एक अधिकारी केके राय का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था कि प्रशासन एफआइआर न करने की धमकी दे रहा है और मजदूरों की जान की कीमत लगायी जा रही है। इस वीडियो में केके राय गुरमुरा वन समिति के अध्यक्ष मिठाई लाल से बात कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने भी इस मसले पर राज्य सरकार पर सवाल खड़े करते हुए लिखा था।
इस मामले में दूसरे दिन रात साढ़े आठ बजे प्राथमिकी दर्ज की गयी। एफआइआर में आइपीसी की धारा 304ए के अंतर्गत भाजपा नेता और खान के पट्टेदार सुरेश केशरी सहित अन्य लोगों और अज्ञात अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
27 फरवरी 2012 को इसी इलाके में एक खदान धंसी थी जिसमें दस मजदूरों की मौत हो गई थी। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर उठा था, उसके बावजूद इलाके में अवैध खनन का काम जारी रहा। आज आठ साल बाद एक बार फिर वहीं हादसा हुआ है और पांच मजदूर मारे गए हैं।
सरकार ने मारे गए लोगों के परिजनों को प्रत्येक चार चार लाख और घायलों को 50,000 की राहत देने की घाेषणा की है।
CM Office, Uttar Pradesh: The Govt will give Rs 4 lakhs each to the kin of the deceased and Rs 50,000 to those injured in Sonbhadra stone mine incident. In Chandauli boat capsize incident, a compensation of Rs 4 lakhs to be given to families of those who have lost their lives.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 1, 2020