मणिपुर में पिछले इतवार 7 अप्रैल को हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली के दौरान लोगों को रोके रखने और वापस न जाने देने के लिए की गई कथित पुलिस ज्यादती की मीडिया रिपोर्टों पर एक शिकायत का संज्ञान लेते हुए निर्वाचन आयोग ने इम्फाल जिले के पुलिस अधीक्षक से घटना की जांच रिपोर्ट मंगवाई है।
प्रधानमंत्री की रैली के दौरान हुई देरी से परेशान होकर वहां उन्नहें सुनने आए तमाम लोग और औरतें वापस जाने के लिए निेकले तो पुलिस ने मैदान का गेट बंद कर दिया। इस संबंध में एक वीडियो मीडिया में वायरल हुआ था जिसमें औरतों को गेट पर चढ़कर बाहर निकलने की कोशिश करते देखा जा सकता है। इस घटना की खबर कई मीडिया संस्थानों में प्रकाशित हुई थी।
एनई न्यूज़ नाम के पोर्अल पर छपी इस आशय की खबर का संज्ञान लेते हुए समाजवादी जन परिषद के राष्ट्रीय महामंत्र अफलातून ने निर्वाचन आयोग को शिकायत भेजी थी। इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए आयोग ने पत्र संख्या 5/ARO-ADC/14&15Acs/Compl/2019, दिनांक 10 अप्रैल 2019 के माध्यम से इफफाल के पुलिस अधीक्षक से जांच रिपोर्ट मांगी है।
इसके अलावा आयोग ने मणिपुर के बीजेपी अध्यक्ष से भी इस संबंध में स्पष्टीकरण की मांग की है।