इतवार 5 जनवरी को जेएनयू में नकाबपोश गुंडों के दस्तों द्वारा हमला कर छात्र संघ अध्यक्ष ओइशी घोष सहित कई छात्रों और अध्यापकों को घायल करने के बाद अब खबर है कि दिल्ली पुलिस ने जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर ओइशी घोष सहित अन्य छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
Delhi Police has filed a FIR against JNUSU President Aishe Ghosh and 19 others(name not in accused column but in detail list) for attacking security guards and vandalizing server room on January 4. The complaint was filed by JNU administration. FIR was registered on January 5. pic.twitter.com/zUYZ2AOXKx
— ANI (@ANI) January 7, 2020
खबर के अनुसार, पुलिस ने ओइशी घोष सहित 19 अन्य छात्रों के खिलाफ हॉस्टल में तोड़फोड़ और सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट करने की शिकायत मर मामला दर्ज किया है. जबकि नकाबपोश हमलावरों ने लोहे की रॉड मार कर ओइशी घोष का सर फोड़ दिया था जिसके बाद उन्हें एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था, इस हमले में हमलावरों ने दो दर्जन से अधिक छात्रों और कई शिक्षकों को घायल कर दिया था.
JNU VC @mamidala90 retweeted a video originally posted by @PBNS_India, where in it is claimed that members of left parties assaulted ABVP cadre. As it turns out, the man in red jacket throwing punches is not only an ABVP member, but had been photographed with the VC himself! pic.twitter.com/LgyeiloUqF
— Pratik Sinha (@free_thinker) January 6, 2020
गौरतलब है कि रविवार को जेएनयू हुए हमले की तमाम वीडियो फूटेज होने के बाद भी पुलिस ने किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया और पुलिस पर यह भी आरोप लगा है कि पुलिस ने हमलावरों को सुरक्षित बाहर जाने दिया. जबकि हिन्दू रक्षा दल ने दावा किया है कि जेएनयू हमला उनके संगठन के लोगों ने किया है, उसके बाद भी पुलिस ने न तो कोई पूछताछ की न कोई कार्रवाई की बात कही है.
Pinky Chaudhary,Hindu Raksha Dal: JNU is a hotbed of anti-national activities, we can't tolerate this. We take full responsibility of the attack in JNU and would like to say that they were our workers. #JNUViolence pic.twitter.com/2GkCIOqOFO
— ANI (@ANI) January 7, 2020
From #unnaovictim to #PehluKhan to #JNU, FIR against the victim is the new normal!! https://t.co/UBnEoFhOge https://t.co/tUijmlfiYD pic.twitter.com/AHIKvXH0Yr
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) January 7, 2020
अब दिल्ली पुलिस द्वारा स्टूडेंट यूनियन प्रेसिडेंट के खिलाफ मामला दर्ज किये जाने को लेकर लोग पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं.
Wow! Instead of arresting the ABVP terrorists who attacked JNU students & teachers whose identities are now known, the police registers an FIR against the President of JNUSU who was brutally beaten up by the masked terrorists! This happened only in Nazi rule pic.twitter.com/CCOkEyLQtU
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) January 7, 2020
No attacker named by cops, no arrest made against the ‘masked mob’ with sticks and rods 36 hours on but case filed against JNU student union president Aishe Ghosh who suffered head injuries! Has Delhi police lost its marbles?
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) January 7, 2020
गौरतलब है कि 6 जनवरी को जेएनयू छात्र संघ और शिक्षक संघ (JNUTA) ने इस हमले के लिए वीसी, एबीवीपी और आरएसएस समर्थक अध्यापकों की सुनियोजित हमला बताया था और प्रेस वार्ता में कहा था कि प्रशासन ने उन छात्रों को धमकी दी थी जो फीस वृद्धि वापसी के लिए आन्दोलन कर रहे हैं. कल जेएनयू छात्र संघ और शिक्षक संघ ने एक स्वर से वीसी को हटाने की मांग की है.