लखीमपुर खीरी में पुलिस कस्टडी में मौत, मां ने कहा- बेटा गिड़गिड़ाता रहा, पुलिस ने बुरी तरह मारा

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उत्तर प्रदेश में पुलिस कस्टडी में मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। अब लखीमपुर खीरी में अनुसूचित जाति के 17 साल के एक नाबालिग लड़के की पुलिस की कथित पिटाई से मौत को लेकर हंगामे के बाद तीन पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई है।

रविवार सुबह खीरी ज़िला मुख्यालय से क़रीब 110 किलोमीटर दूर भारत-नेपाल बॉर्डर के सम्पूर्णानगर कोतवाली इलाके के कमलापुरी गाँव के निवासियों ने 17 साल के राहुल के शव के साथ सड़क पर पुलिस के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया था। हंगामे के बाद खीरी के एसपी संजीव सुमन ने पूरे मामले की जाँच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है। खजुरिया के चौकी इंचार्ज विपिन कुमार सिंह और दो सिपाहियों सचिन और महेंद्र को निलंबित कर दिया है।

क्या है मामला..

कमलापुरी गाँव के राहुल के ख़िलाफ़ उनके चाचा ने खजुरिया चौकी में 17 जनवरी को दो मोबाइल फ़ोन चुराने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद पुलिस ने राहुल को पूछताछ के लिए बुलाया। बेटे को थाने लेकर गई। मृत किशोर राहुल की माँ ने खजुरिया चौकी इंचार्ज और तीन सिपाहियों पर अपने बेटे को मोबाइल चोरी की झूठी शिकायत पर पीटने का आरोप लगाया है।

माँ सीता देवी कहती हैं, ”पुलिस ने बाद में मेरे बेटे को बेरहमी से पीटा. वो रोता-गिड़गिड़ाता रहा, पर पुलिस ने उसे बुरी तरह मारा।”

विपक्ष का हमला..

समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से लखीमपुर में 17 वर्षीय नाबालिग राहुल की कथित पुलिस पिटाई से मौत पर ट्वीट किया है। मृतक की बहन का एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए सपा ने लिखा है – ‘भाजपा सरकार में कस्टोडियल डेथ में नंबर वन यूपी में एक और पुलिस किलिंग! “मेरे भाई को इतना मारा की उसकी जान चली गई” लखीमपुर खीरी में पुलिस की पिटाई से 17 वर्षीय युवक की मृत्यु अत्यंत दु:खद! रोते-बिलखते परिजनों की फ़रियाद सुन उन्हें न्याय दें सीएम। जनता वोट से देगी जवाब।”


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