मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के संस्कृत विश्विद्यालय में कांग्रेस के छात्रसंगठन की धमाकेदार जीत!

मीडिया विजिल मीडिया विजिल
ख़बर Published On :


क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के युवाओं का उनसे मोहभंग हो रहा है। कम से कम छात्र-राजनीति के बैरोमीटर पर तो यही संकेत हैं। प्रतिष्ठित संस्कृक विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में बीजेपी के छात्रसंगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की करारी हार हुई है जबकि कांग्रेस के छात्र संगठन, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन  एनएसयूआई) को शानदार सफलता मिली है। एनएसयूआई ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और पुस्तकालय मंत्री जैसे सभी प्रमुख पद पर जीत हासिल की है।

यह लगातार दूसरी बार है जब छात्रसंघ में एनएसयूआई का परचम लहराया है। NSUI ने विश्वविद्यालय के सभी सात संकायों पर भी कब्जा जमाया है। छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर कृष्णमोहन शुक्ल, उपाध्यक्ष पद पर अजीत चौबे, महामंत्री पद पर शिवम चौबे और पुस्तकालय मंत्री के पद पर आशुतोष कुमार मिश्रा को जीत मिली है।

पार्टी के छात्रसगंठन के इस प्रदर्शन पर महासचिव प्रियंका गाँधी ने भी खुशी ज़ाहिर की है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा-

“कल रात सत्ताधारी दल से जुड़े छात्र संगठन ने एनएसयूआई के छात्र कार्यकर्ताओं व नेताओं पर संपूर्णानंद संस्कृत वि वि में हमला बोला था और आज ही वहां के छात्र – छात्राओं ने सभी पदों पर एनएसयूआई को जिताया।
संदेश साफ है कि छात्रों की राजनीति हिंसा व गुंडागर्दी से नहीं बल्कि छात्र – छात्राओं के मुद्दों से चलेगी।
एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं, नेताओं व विजयी प्रत्याशियों को बधाई।”

उधर, छात्र संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने हर्ष जताते हुए कहा है कि अभी तो सिर्फ किला छीना है, जल्द ही पूरा उत्तर प्रदेश छीनेंगे। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी की हार करार दिया है। नीरज कुंदन ने कहा, ‘यह जीत उन तमाम छात्रों की जीत है, जिन्होंने एनएसयूआई के उम्मीदवारों पर विश्वास जताया। यह एबीवीपी की हार नहीं है बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हार है। क्योंकि वाराणसी को मोदी का गढ़ कहा जाता था। एनएसयूआई ने मोदीजी से उनका किला छीना है जल्द ही हम बीजेपी से पूरा उत्तरप्रदेश छीनेंगे।’

वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि यह जीत आने वाले समय में बदलाव की तारीख लिखेगी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘पीएम के संसदीय क्षेत्र में काशी विद्यापीठ के शानदार जीत के बाद संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई की धमाकेदार जीत गांधी के विचारधारा की जीत है। यह जीत आने वाले वक्त में बदलाव की तारीख लिखेगी।’

 


इससे पहले फरवरी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में भी एनएसयूआई ने एबीवीपी को धूल चटाते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। काशी विद्यापीठ की चार सीटों में तीन पर एनएसयूआई ने कब्जा जमाया था वहीं एक सीट पर समाजवादी पार्टी के छात्र संगठन को जीत मिली थी। इतना ही नहीं यहां भी आठ संकायों में से छः पर एनएसयूआई ने परचम लहराया था।

 


Related