मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने आज देश भर में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने देशभर में ‘किसान मजदूर न्याय मार्च’ का निकाल पर अपना विरोध दर्ज कराया। कई राज्यों में विरोध प्रदर्शनों के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से जमकर झड़प हुईं और कई जगहों पर हजारों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियां हुईं।
कांग्रेस ने कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में राजभवन तक मार्च करने का ऐलान किया था। पार्टी ने ऐलान किया था कि कांग्रेस कार्यालयों या महात्मा गांधी जी की मूर्ति से राजभवनों तक ये मार्च किये जाएंगे।
.@INCWestBengal leaders and workers came out in large numbers to extend support to the farmers protesting against the draconian anti-farmer policies of the current regime.#KisaanMazdoorNYAYMarch pic.twitter.com/yCaZkonqgV
— Congress (@INCIndia) September 28, 2020
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू आज एक बार फिर गिरफ्तार कर लिये गए। मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अजय लल्लू को लखनऊ के परिवर्तन चौक पर गिरफ्तार किया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई। अजय कुमार लल्लू व अन्य कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर ईको गार्डन ले जाया गया।
मुझे रोकने के लिए पुलिस के पहरे लगाएं। कार्यालय से लेकर मेरे आवास को पुलिस छावनी में बदला।
अरे संघी सरकार ! यह किसानों की लड़ाई है, तुम्हारे पहरे और पुलिस से नहीं रुकने वाली। किसानों के जमीन को, उसके अन्न को हड़पने की साज़िश को सफल नहीं होंगे देंगें।
काला कानून वापस लेना होगा। pic.twitter.com/F35O94715G
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) September 28, 2020
कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यूपी पुलिस ने सोमवार की सुबह से ही बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और कई नेताओं को घरों पर ही नजरबंद कर दिया था।
गिरफ्तारी के बाद अजय कुमार लल्लू ने कहा कि “आज हमारे कार्यकर्ताओं, विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों और वरिष्ठ नेताओं को हाऊस अरेस्ट किया गया है, लाठियां मारी गई है। यह आंदोलन राहुल गांधी जी के नेतृत्व में शुरू हुआ है। हम सरकार को कह देना चाहते है- ‘अभी तो यह अंगड़ाई है, आगे भीषण लड़ाई है।’
आज हमारे कार्यकर्ताओं को, पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों, विधायकों, वरिष्ठ नेताओं को हाऊस अरेस्ट किया गया है,लाठियां मारी गई है। यह आंदोलन आदरणीय राहुल गांधी जी के नेतृत्व में शुरू हुआ है। सरकार को कह देना चाहते है।
'अभी तो यह अंगड़ाई है, आगे भीषण लड़ाई है।'
जय किसान pic.twitter.com/HuvVcgMRDc
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) September 28, 2020
कांग्रेस महासचिव व यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने यूपी कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया कि “ शहीद भगत सिंह ने कहा था कि शोषणकारी व्यवस्था पूंजीपतियों के फायदे के लिए किसानों मजदूरों का हक छीनती है।
भाजपा सरकार अपने खरबपति मित्रों के लिए किसानों की MSP का हक छीनकर उन्हें बंधुआ खेती में धकेल रही है। विरोधी बिलों के खिलाफ संघर्ष ही भगत सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि है”।
शहीद भगत सिंह ने कहा था कि शोषणकारी व्यवस्था पूंजीपतियों के फायदे के लिए किसानों मजदूरों का हक छीनती है।
भाजपा सरकार अपने खरबपति मित्रों के लिए किसानों की MSP का हक छीनकर उन्हें बंधुआ खेती में धकेल रही है।
किसान विरोधी बिलों के खिलाफ संघर्ष ही #भगत_सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि है। pic.twitter.com/BJNeJRMaYL
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 28, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि “कृषि क़ानून हमारे किसानों के लिए मौत की सज़ा हैं। उनकी आवाज़ संसद के अंदर और बाहर कुचल दी गयी है। ये इस बात का प्रमाण है कि भारत में लोकतंत्र मर चुका है”।
कृषि क़ानून हमारे किसानों के लिए मौत की सज़ा हैं। उनकी आवाज़ संसद के अंदर और बाहर कुचल दी गयी है।
ये इस बात का प्रमाण है कि भारत में लोकतंत्र मर चुका है। pic.twitter.com/2q1fyQ4wiP
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 28, 2020
कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब में सत्तारुढ़ कांग्रेस ने शहीद भगत सिंह की जयंती पर उनके गांव में धरना दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शहीद भगत सिंह के गांव खटकर कलां में धरने पर बैठे। अमरिंदर सिंह के साथ कई मंत्री और विधायक भी धरने पर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री अमरिंदर ने कहा है कि वो कृषि विधेयकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे। केंद्र ने बिना राज्यों से पूछे ये बिल पास करवाए हैं।
Farmers brave the heat & cold to plough and feed all of us. I can’t fathom why the Central Government has brought laws which threaten their livelihood. Farmers are on the street protesting for a reason & I will put all my might in fighting against these legislations. pic.twitter.com/Nkf2WU6yej
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) September 28, 2020
मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा कांग्रेस ने कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमार शैलजा के नेतृत्व में कांग्रेस भवन से राजभवन तक मार्च निकाला। पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को बीच मेंरोकना चाहा। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई।
भाजपा सरकार के किसान विरोधी काले कानूनों के खिलाफ @INCHaryana की प्रदेशाध्यक्ष @kumari_selja के नेतृत्व में चंडीगढ़ में हरियाणा प्रदेश कार्यालय से राजभवन तक पैदल मार्च निकाला।
किसानों के हक की लड़ाई में कांग्रेस किसानों के साथ है।#KisaanMazdoorNYAYMarch pic.twitter.com/kOAMP2mGyJ
— Congress (@INCIndia) September 28, 2020
कर्नाटक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्च निकालकर मोदी सरकार के कृषि कानूनों का विरोध किया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने गैर लोकतांत्रिक तरीके से ये कानून पास कराया है।
Under the leadership of Shri @DKShivakumar, leaders and workers of @INCKarnataka held protest marches opposing the oppressive anti-farmer laws brought into force in a highly undemocratic manner by the Modi Govt.#KisaanMazdoorNYAYMarch pic.twitter.com/3VPM2VCOND
— Congress (@INCIndia) September 28, 2020