गाँधी परिवार पर हुए सीधे हमले का मुकाबला करने के लिए अब कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरने जा रही है। नेशनल हेराल्ड मामले में सोमवार यानी 13 जून को राहुल गाँधी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के सामने पेश होंगे। इस दौरान देश भर में ईडी के कार्यालयों के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे। ख़बर है कि दिल्ली में सभी सांसद और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य राहुल गांधी के साथ मार्च करेंगे।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि प्रदर्शन का उद्देश्य भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ‘प्रतिशोध की राजनीति’ और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को उजागर करने का है। ऐसा ही शक्ति प्रदर्शन 2015 में हुआ था जब राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने मामले में जमानत मांगी थी.
नेशनल हेराल्ड की स्थापना पं.जवाहरलाल नेहरू ने की थी और आज़ादी के आंदोलन में इसका अहम योगदान रहा था। लेकिन पिछले कुछ दशकों से इसकी आर्थिक स्थिति बेहद ख़राब थी जिसके बाद कांग्रेस ने यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड बनाकर इसे उबारने की कोशिश की। इसमें राहुल गाँधी या सोनिया गांधी का न कोई आर्थिक लाभ हुआ और न ही कोई लेन-देन हुआ फिर भी ई़डी ने मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ कानूनों के मामला दर्ज किया।
पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है, लेकिन उन्होंने तीन सप्ताह के बाद का समय मांगा है। 75 साल की सोनिया गांधी 2 जून को कोविड संक्रमित होने के बाद क्वारंटीन में हैं। कांग्रेस ने कहा है कि गांधी परिवार पूछताछ के लिए पेश होगा, क्योंकि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। यह पूरा मामले राजनीतिक प्रतिशोध का है।