निजीकरण विरुद्ध चित्तरंजन से कोलकाता में राजभवन तक ट्रेड यूनियनों के लॉन्ग मार्च का आज 7 वां दिन है। बीते कल, मार्च ने 137 किलोमीटर की यात्रा तय कर लिया था। पश्चिम बर्धमान के चित्तरंजन से शुरू हुआ यह लॉन्ग मार्च 11 दिसंबर को कोलकाता पहुंच जाएगा। उसके बाद राजभवन में राज्यपाल को मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा जायेगा।
The 283-km long march has been called by the Centre of Indian Trade Unions (CITU) with the slogan “Save Public Sector”, against the government’s ongoing spree of selling and privatising public sector undertakings.#WorkersLongMarch
via: @newsclickinhttps://t.co/HlRp3mVbiR— CPI(M) WEST BENGAL (@CPIM_WESTBENGAL) November 30, 2019
Long march on the way to Calcutta from Chittaranjan. Huge response. People’s issue. Workers initiative to save people. 283 km #WorkersLongMarch. pic.twitter.com/dBTkg7mCFP
— Dr.Sujan Chakraborty (@Sujan_Speak) November 30, 2019
आईएनटीयूसी, सीटू, एआईटीयूसी, सीएमएस, एचएमएस, एआईवाईऍफ़, एनऍफ़आईआर,सीयूसीसी समेत दर्जन भर श्रमिक संगठन ने केंद्र के विरुद्ध इस मार्च का आयोजन किया है।
আজ শুরু হলো 'চিত্তরঞ্জন থেকে কলকাতা' -ঐতিহাসিক লং মার্চ।পশ্চিমবঙ্গে নতুন শিল্প এবং কর্মসংস্থানের দাবিতে চলা এই লং মার্চে অংশগ্রহণকারী প্রত্যেককে আমরা জানাই আন্তরিক সংগ্রামী অভিনন্দন।
তৃণমূল ও বিজেপি'র জনবিরোধী নীতিগুলির বিরুদ্ধে জারি থাকুক পেট-ভাত,রুটি-রুজির জোটবদ্ধ লড়াই। pic.twitter.com/K6wRITjKWT— West Bengal Congress (@INCWestBengal) November 30, 2019
कोलकाता में केन्द्रीय ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों का महाजुटान होगा। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है निजीकरण,शिक्षा, महंगाई, एनआरसी, बेरोजगारी, एफडीआई का विरोध करना है।
Not to provoke and must not be provoked but if they attack without any reason and police fails to intervene,resist by all means.#WorkersLongMarchhttps://t.co/dJgvjZmvPA
— Surjya Kanta Mishra (@mishra_surjya) November 29, 2019
चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना का निजीकरण एवं बंद हिंदुस्तान केबल्स कारखाना मुद्दा भी इसमें शामिल है।
https://t.co/LosLqemCA3
Religion is being used by both dispensations at the Centre and the state to distract the people from their problems, he felt. #Congress #Left #Kolkata #TMC #BJP #rajyasabha #WestBengal#Bengal— The Statesman (@TheStatesmanLtd) December 1, 2019
30 नवंबर को चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना के महाप्रबंधक के कार्यालय के बाहर से शुरू हुआ यह विरोध मार्च बिना रुके पूरे जोश के साथ अपने गंतव्य की ओर अग्रसर है।
इस मार्च में लेफ्ट और कांग्रेस से जुड़े ट्रेड यूनियन मुख्य रूप से शामिल हैं।
লং মার্চ শুরু
চিত্তরঞ্জন থেকে রাজভবন।
এগিয়ে এসেছে স্কুল পড়ুয়া ছোট ছোট কুড়িরাও।
সংগ্রাম চলছে।#লং_মার্চের_প্রথমদিন#লাল_সেলাম
✊✊✊@Sujan_Speak @kaustav7947 pic.twitter.com/QTTWOvcFaz— Debdutta Bhattacharjee (@DebduttaBhatta6) November 30, 2019
इस विरोध मार्च का सबसे सुंदर पक्ष यह है कि इसे आम लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
यात्रा दौरान सड़क किनारे छोटे-छोटे बच्चे -बच्चियां यात्रियों को अपनी स्कूल की पानी बोतल से पानी पिला रहे हैं।
इस लॉन्ग मार्च की कुछ और तस्वीरें देखिये :