जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी के लापता छात्र नजीब की माँ के साथ लगातार संघर्ष में साथ देने वाले दो कार्यकर्ताओं को CBI ने मंगलवार को जवाब तलब के लिए हाज़िर होने का नोटिस भेजा है.
दिलचस्प है कि इनमें एक नदीम खान को नजीब के लापता होने की खबर तीन दिन बाद मिली थी जबकि यूनिवर्सिटी के छात्र उमर खालिद को इस बारे में चौबीस घंटे बाद पता चला था. इसके बावजूद उन्हें नोटिस भेजा गया है. जिन लोगों के नाम FIR में नजीब के परिवार ने डलवाए थे उन्हें अब तक तलब नहीं किया गया है.
इस बारे में नदीम खान लिखते हैं:
“CBI ने सम्मन भेजा है आज 10 बजे बुलावा है, मुझे और Umar Khalid को नोटिस सर्व किया गया है जबकि मुझे घटना की जानकारी 3 दिन बाद और उमर को 24 घण्टे बाद हुई थी. जिन लोगो के नाम परिवार ने FIR में कहे गवाहों ने जिनका नाम लिया उनको न कभी ज्यूडिशियल कस्टडी में लिया गया न पुलिस रिमांड में लेकिन हम लोगो को इसलिए बुलाया जा रहा है ताकि दबाव बना सके और नजीब के आंदोलन को कुचला जा सके क्योकि सीबीआई पर लगातार धरने के आह्वान यूनाइटेड अगेंस्ट हेट करता रहा है बरहाल चाहे गिरफ्तार किया जाए या दबाव बनाया जाए नजीब की वापसी तक आंदोलन जारी रहेगा. 10 बजे सीबीआई आफिस में होंगे आगे का देखा जाएगा”
इस बारे में उम्र खालिद ने भी एक पोस्ट लिखी है: