
आज एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में बारह साल पुराने आय से अधिक संपत्ति के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ)ने समाजवादी पार्टी के बुजुर्ग मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे अखिलेश यादव को क्लीन चिट दे दी। इसके बाद एक और चौंकाने वाली घटना के रूप में खबर सामने आई कि उद्योगपति अनिल अम्बानी ने कांग्रेस पार्टी और नेशनल हेराल्ड के खिलाफ किया 5000 करोड़ का मानहानि का मुकदमा वापस लेने की घोषणा कर दी।
The CBI, in the affidavit, gives clean chit to Mulayam Singh Yadav and Akhilesh Yadav in the disproportionate assets case registered against them. CBI further said, it did not find any evidence to register a Regular Case (RC) against the father and son. https://t.co/UutZxpuSoi
— ANI (@ANI) May 21, 2019
केन्द्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर इसकी जानकारी दी। हलफनामे में सीबीआइ ने कहा है कि मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कोई सबूत नहीं मिले हैं। एजेंसी ने कहा कि उसने 7 अगस्त 2013 को मामले की जांच बंद कर दी थी। उसे ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे पिता-पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज कराया जा सके।
एक अधिवक्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने 2005 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मुलायम, उनके बेटे अखिलेश, बहू डिंपल यादव और छोटे बेटे प्रतीक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कराया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद सीबीआई द्वारा 2007 में प्रारंभिक जांच के लिए मामला दर्ज किया गया। बाद में अदालत ने डिम्पल की पुनरीक्षा याचिका को स्वीकार करते हुए कहा था कि वे किसी सार्वजनिक पद पर नहीं है इसलिए उनके खिलाफ जांच नहीं होगी।
उधर अहमदाबाद से खबर है कि अनिल अंबानी के रिलायंस समूह ने कांग्रेस के कुछ नेताओं और नेशनल हेराल्ड अख़बार के खिलाफ दायर मानहानि का मुकदमा वापस लेने की बात कह दी है। यह मुकदमा राफेल सौदे से जुड़ी एक खबर के सिलसिले में किया गया था जिसमें बताया गया था कि सौदा होने के दस दिन पहले अंबानी ने कंपनी पंजीकृत करवायी थी।
Anil Ambani's Reliance Group has decided to withdraw the Rs 5,000-crore civil defamation suits.https://t.co/zbBs7EBcxR
— Yahoo India (@YahooIndia) May 21, 2019
यह मुकदमा अहमदाबाद में जस्टिस पीजे तमाकूवाला की अदालत में वल रहा था। अंबानी के वकील ने पीटीआइ को बताया कि उन्होंने प्रतिवादियों को मुकदमा वापस लेने की सूचना दे दी है। गर्मी की छुट्टियां खत्म होने के बाद जब अदालत खुलेगी तब मुकदमा वापसी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इस मुकदमे में अंबानी ने कांग्रेसी नेताओं सुनील जाखड़, रणदीप सुरजेवाला, ऊमन चांडी, अशोक चवण, अभिषेक मनु सिंघवी, संजय निरूपम, शक्तिसिंह गोहिल और नेशनल हेराल्ड के संपादक ज़फ़र आगा व खबर लिखने वाले रिपोर्टर विश्वदीपक को पार्टी बनाया था।