जेएनयू में फीस वृद्धि और अन्य मांगों को लेकर छात्रों का आंदोलन अभी थमा नहीं कि परिसर में एक और विवाद खड़ा हो गया। जेएनयू प्रशासनिक भवन के बाहर बनी स्वामी विवेकानंद की मूर्ति को किसी ने क्षति पहुंचाने की कोशिश की और मूर्ति के नीचे आपत्तिजनक बातें भी लिखी।
Delhi: A statue of Swami Vivekananda inside Jawaharlal Nehru University(JNU) was vandalized by miscreants.More details awaited. pic.twitter.com/UM8QPWjlOU
— ANI (@ANI) November 14, 2019
इस घटना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो चुका है किन्तु यह हरकत किसने की इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। हालांकि विवाद के बाद छात्रों ने वहां से लिखा हुआ हटा दिया है। वहां अब छात्र संघ के सदस्यों ने दीपक जला दिया है।
जेएनयू छात्रसंघ का कहना है कि ये एक साज़िश है और फ़ीस वृद्धि के मुद्दे से भटकाने की कोशिश है।
जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एन साई बालाजी का ट्वीट :
The propaganda thats being run in name of Vandalism is being done to divert the real issue of fee hike and exclusion of students from higher education. Its an old RSS-BJP-ABVP ploy to divert, distract and divide students unity!
Beware of such propaganda friends!#FeesMustFall
— N Sai Balaji | ఎన్ సాయి బాలాజీ (@nsaibalaji) November 14, 2019
नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के सनी धीमान ने कहा कि हम इस घटना की निंदा करते हैं। उन्होंने बताया कि मूर्ति के साथ किसी ने तोड़फोड़ नहीं की गई है, हां कुछ लोगों ने इसके बेस पर अपशब्द लिखा है। मुझे नहीं लगता कि जेएनयू का कोई छात्र ऐसा करेगा। अब हमने इसे साफ कर दिया है।
Sunny Dhiman, NSUI: We condemn this incident. The statue of Vivekananda in JNU campus was not vandalised, some people had written on its platform. I don't think any student of JNU could have done this. Now, we have cleaned it. pic.twitter.com/LzA2stEMzL
— ANI (@ANI) November 14, 2019
बता दें कि लोकसभा चुनाव के प्रचार के समय अमित शाह के कोलकाता यात्रा के दौरान कोलकाता के विद्यासागर कॉलेज में विद्यासागर की मूर्ति को भी तोड़ दिया था उपद्रवियों ने। राज्य सरकार ने तब बीजेपी और ABVP पर आरोप लगाया था।
जेएनयू में फिलहाल बड़ी फीस के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। छात्र विभिन्न चार्ज और नियमों में बदलाव के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।