
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में मंगलवार शाम 5 बजे जमकर मारपीट और तोड़फोड़ हुई. छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन के लोगों ने उनके साथ मारपीट की. 5 अक्टूबर को जामिया प्रशासन द्वारा छात्रों से मारपीट के बाद प्रशासन द्वारा 5 छात्रों को को कारण बताओ नोटिस दिए जाने के बाद 14 अक्टूबर से छात्र लगातार हड़ताल पर बैठे हैं.
A peaceful protest by aggrieved students outside VC office is responded to by the Jamia administration in such a brutal manner. Let's not forget the ethos which inspired the foundation of #JamiaMilliaIslamia ..दयारे शौक़ मेरा… pic.twitter.com/DHGrgPOVkS
— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) October 22, 2019
22 अक्टूबर को जामिया के हज़ारों छात्रों ने वीसी ऑफिस तक पांच छात्रों को मिले कारण बताओ नोटिस के खिलाफ मार्च किया.छात्रों का आरोप है कि शाम को वक़्त प्रशासन द्वारा बुलाये गये दर्जनों भाड़े के गुंडों ने विरोध कर रहे छात्रों पर बेरहमी से हमला कर दिया, मारा और ज़ख़्मी कर दिया. इसमें कई विद्यार्थियों को गम्भीर चोट आई है. इस पूरे हमले के दौरान जामिया गॉर्ड मूक दर्शक बने रहे.
See how Jamia students were beaten up, thrashed and abused by the Jamia administration backed ‘goons'.
Students have been on strike since past 9 days, demanding Jamia withdraw show-cause notice issued to students for protesting against invitation to Israel in campus. pic.twitter.com/Dsahuz6RHJ
— Kawalpreet Kaur (@kawalpreetdu) October 22, 2019
इसके बाद रात के 03 बजे एडमिन की तरफ से वीसी के प्रमुख सलाहकार छात्रों से बात करने आए.
Varsity administration is curtailing our democratic rights: Jamia students
Read @ANI Story | https://t.co/i7HQHnKChm pic.twitter.com/h048e4u9nR
— ANI Digital (@ani_digital) October 23, 2019
हर बार की तरह उन्होंने आश्वासन के अलावा देने के अलावा कुछ नहीं कहा.
https://twitter.com/Arjun_Mehar/status/1186671654996340736
जामिया के विद्यार्थियों के लिए यह अफसोस की बात है कि प्रमुख सलाहकार के साथ दिल्ली पुलिस भी छात्रों से बात करने आई थी. प्रमुख सलाहकार ज्यादातर चुप रहे और दिल्ली पुलिस छात्रों से बात करती रही.
जामिया एडमिन ने यूनिवर्सिटी को छावनी में तब्दील कर दिया है. गौरतलब है कि विद्यार्थियों ने 23 अक्टूबर को यूनिवर्सिटी बन्द का आह्वान किया है.
In solidarity with #JamiaMilliaIslamia students.#JMIRevokeShowCause pic.twitter.com/1AESEY0rMw
— AISA – Delhi University (@aisa_du) October 22, 2019
जबकि प्रशासन का कहना है कि अनुशासनहीनता पर 5 छात्रों को ‘कारण बताओ नोटिस’ दिया गया था, लेकिन जवाब देने के बजाए उन्होंने नोटिस की कॉपियों को जलाया और अनुशासन समिति का बहिष्कार भी किया. कल हड़ताल का 9वां दिन था.