अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी में शुक्रवार की दोपहर माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया जब जिला प्रशासन के आदेश से परिसर में इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई। पिछले दो दिनों से एएमयू के छात्र बुधवार को हुई बर्बर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ धरने पर बैठे हुए हैं जबकि जिन्ना की तस्वीर को हटाने का हिंदूवादी संगठनों का दिया अल्टीमेटम आज ही पूरा होने वाला है।
इस पृष्ठभूमि में दोपहर 2 बजे प्रशासन द्वारा इंटरनेट बंद किए जाने के फैसले ने माहौल को तनावपूर्ण कर दिया है। फिलहाल स्थिति यह है कि युनिवर्सिटी के गेट के भीतर कोई 15000 छात्र-छात्राएं धरने पर बैठे हैं जबकि परिसर को बड़ी संख्या में पुलिसबलों ने घेर रखा है।
विश्वविद्यालय के शोध छात्र मो. आरिफ़ ने बताया, ”इंटरनेट बंद हो चुका है। बाहर पुलिसवालों का पहरा है। स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।”
माना जा रहा है कि प्रशासन आज छात्रों के ऊपर कोई बड़ी पुलिसिया कार्रवाई कर सकता है। यह बात इस तथ्य से भी पुख्ता होती है कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने भी जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने के खिलाफ़ बयान दिया है। न्यूज़18 की ख़बर के मुताबिक आदित्यनाथ ने कहा है कि ”हम जिन्ना को सम्मान नहीं दे सकते।”
शर्जील उस्मानी ने फेसबुक पर अपडेट दिया कि जिले के एसपी/एसएसपी फोन कॉल नहीं ले रहे हैं। मो. आरिफ़ ने लिखा है कि यूपी पुलिस और प्रशासन छात्रों को उकसाने का काम कर रहे हैं और बाब-ए-सैयद गेट के भीतर शांतिपूर्ण धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं को भड़काने में लगे हैं।