इधर राज्यसभा में यह बिल पास हो गया है. सेलेक्ट कमिटी के पास भेजने प्रस्ताव पहले ही गिर गया था. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन करार दिया है. ऐसे में नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) के खिलाफ असम में हालात बेकाबू हो चुका है. गुवाहाटी से असम की हालात पर दैनिक सेंटिनल के पूर्व सम्पादक दिनकर कुमार की ग्राउंड रिपोर्ट प्रस्तुत है . [संपादक]
नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) के विरोध में असम जल रहा है।स्वत:स्फूर्त रुप से असमिया समाज विरोध प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आया है।कई दिनों से राज्य के तमाम शैक्षणिक संस्थानों के छात्र इसके विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। मंगलवार को पूर्वोत्तर छात्र संघ के आह्वान पर समूचे पूर्वोत्तर के साथ असम बंद रहा। बुधवार को यानी आज किसी संगठन ने बंद आहूत नहीं किया था, फिर भी राज्य में कर्फ्यू जैसा मंजर बना रहा।
Assam state govt employes behind the barricades meant to protect the Secretariat joining protesters on the other side with "go back BJP" slogans#CitizenshipAmmendmentBill2019 pic.twitter.com/K9ysJ2e0W8
— Arunabh Saikia (@psychia90) December 11, 2019
आज शाम 7 बजे से असम में इंटरनेट सेवा बंद हो गयी है।
कैब का विरोध करते हुए छात्रों ने आज दिसपुर समर्थित सचिवालय को घेर लिया। सड़कों पर टायर जलाकर यातायात को ठप कर दिया गया है। पुलिस ने गुवाहाटी समेत विभिन्न शहरों में भीड़ को काबू में रखने के लिए लाठीचार्ज किया और रबर की गोलियां चलाईं। राज्य में विरोध प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है और आंदोलनकारी नारा लगा रहे हैं-जान दे देंगे मगर कैब को लागू होने नहीं देंगे।
"There have been protests at 20 places. We have tackled it": Deepak Kumar, Guwahati Police Chief #CitizenshipAmendmentBill2019 pic.twitter.com/AxY4xHGxO3
— NDTV (@ndtv) December 11, 2019
इस बीच कश्मीर को ठंडा करने के बाद मोदी सरकार ने वहां से सीआरपीएफ को असम भेजने का आदेश दिया है। असम में किसी भी समय इंटरनेट सेवा बंद की जा सकती है।
The two nation theory was not our theory, you are going to fulfil it today by passing this bill.
The two nation theory was perpetrated by Savarkar.
Shri @KapilSibal in Parliament. #CABSeBharatBachao pic.twitter.com/H7qOhcqM5I
— Congress (@INCIndia) December 11, 2019
राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पास हो गया है .
PM on #CitizenshipAmendmentBill2019: A landmark day for India & our nation’s ethos of compassion & brotherhood! Glad that CAB 2019 has been passed in Rajya Sabha. Gratitude to all MPs who voted in favour of Bill. It'll alleviate suffering of many who faced persecution for years. pic.twitter.com/AfWeAp6h0Z
— ANI (@ANI) December 11, 2019
दिलचस्प बात यह रही जहां जेडीयू और एआईएडीएमके ने इस बिल के पक्ष में मतदान किया वहीं महाराष्ट्र में लम्बे समय तक बीजेपी के साथ शासन में रही शिवसेना ने राज्यसभा में मतदान के दौरान वाकआउट किया. उसने न पक्ष में न ही विपक्ष में मतदान किया.
Sanjay Raut, Shiv Sena on his party boycotting voting, in Rajya Sabha, for #CitizenshipAmendmentBill2019 : My party and I felt that when answers are not given properly then it is not right to either support or oppose the Bill. pic.twitter.com/oHR2ng081s
— ANI (@ANI) December 11, 2019