कल से ट्विटर पर #modi_rojgar_दो ज़बरदस्त तरीक़े से ट्रेंड कर रहा है। अब तक क़रीब नौ लाख ट्वीट इस हैशटैग के साथ हो चुके हैं जो बताता है कि रोज़गार का मुद्दा लगातार गरमाता जा रहा है। इस बीच, एक नया ट्रेंड चलाने की कोशिश हुई आरक्षण को लेकर। बीजेपी के राज्यसभा सांसद विन तेंडुलकर ने #आरक्षण_ज़हर_है ट्वीट किया और एक ख़ास तबका इसे लेकर उड़ पड़ा।
ज़ाहिर है, किसी राजनीतिक दल का सांसद खुलेआम इस तरह से आरक्षण जैसे संवैधानिक संकल्प के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाये, इस पर यक़ीन करना मुश्किल है। लेकिन शायद बीजेपी के कोर वोटर की यह दबी इच्छा अब दबाये नहीं दब रही है। नतीजा ये हुआ कि ट्विटर पर #ब्राह्मणवाद _ज़हर_ है ट्वीट किया जाने लगा। वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मडल ने मोर्चा संभाल लिया।
The government has failed to tame Twitter. I see an imminent crackdown on social media. #ब्राम्हणवाद_जहर_है pic.twitter.com/zrGdmKX9j5
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) February 21, 2021
उधर, विनय तेंडुलकर को शायद ख़तरा समझ में आ चुका था, इसलिए वे अब दोनों हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए शांति का उपदेश देने लगे।उन्होंने ब्राह्मणवाद ज़हर है ट्रेंड कराने वालों को गुंडा बताया।
दिलीप मंडल ने याद दिलाया कि कैसे उन्होंने इसकी शुरुआत की थी।
You obtuse. At 6.23 PM you started trending #आरक्षण_जहर_है . You posted series of tweets. And now when people are retorting with #ब्राह्मणवाद_जहर_है you are saying them goon! Go get a life. https://t.co/A8ojWLQX2J
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) February 21, 2021
बहरहाल, इतना तो साफ़ है कि बीजेपी सांसद के ज़रिये संघ और उसके संगठनों के मन में छिपी आरक्षण विरोधी भाव ही बाहर आया है। राजनीतिक मजबूरी के तहत फिलहाल इस पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है, लेकिन मोदी सरकार जिस तरह से सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण पर आमादा है, वह आरक्षण खत्म करने का ही एक तरीक़ा है।