बेंगलुरु में कन्नड़ भाषा समर्थक कार्यकर्ताओं द्वारा मंदिर से हिंदी पोस्टर हटाने के बाद जैन समुदाय द्वारा इसके विरोध के बाद पुलिस ने 6 कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.
कन्नड़ कार्यकर्ताओं द्वारा एक मंदिर से हिंदी के पोस्टर हटाने के बाद जैन समुदाय ने विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया था कि उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया है. इसके बाद रविवार को भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने इस मुद्दे पर एक ट्वीट करते हुए इस पर चिंता व्यक्त की थी. तेजस्वी सूर्या ने जैन समुदाय के पक्ष में लिखा कि जो लोग हिंदी का विरोध कर रहे हैं उन्होंने कभी अरबी भाषा का विरोध नहीं किया.
Deeply hurt over attack on our Jain brothers in B'luru over हिन्दी on a banner of a temple by few rowdy elements.
They however never question use of عربى in Bengaluru.
Assaulting peaceful Jains who contribute to Karnataka brings infamy to genuine Kannada lovers & activists.
— Tejasvi Surya (ಮೋದಿಯ ಪರಿವಾರ) (@Tejasvi_Surya) August 18, 2019
भाजपा सांसद तेजस्वी ने लिखा कि शांतिप्रिय जैन समुदाय पर हमले से वे आहत हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि तेजस्वी ने अपने ट्वीट में प्रो-कन्नड़ कार्यकर्ताओं को ‘उपद्रवी तत्व’ कहा है.
https://twitter.com/i/status/1163088798890094598
बेंगलुरु जैन समुदाय द्वारा पुलिस में दर्ज़ शिकायत के मुताबिक शुक्रवार, 16 जुलाई की शाम को कुछ लोग जैन प्रार्थना सभागार में आये और उन्होंने हिंदी में लिखे पोस्टरों को जबरदस्ती फाड़ दिया.
खबर के अनुसार जैन समुदाय ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि उनके धार्मिक गुरुओं की तस्वीरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है.
इस मुद्दे पर जहां एक ओर कन्नड़ समर्थक आन्दोलन और हड़ताल की धमकी दे रहे हैं, वहीं सत्ताधारी बीजेपी जैनियों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है. वहीं सोशल मीडिया पर #ReleaseKannadaActivists ट्रेंड कर रहा है.
Kannada is our identity. Don't try to hurt it.#ReleaseKannadaActivists pic.twitter.com/CTQGfwAlnB
— Shrinivas Karkala (@s_karkala) August 19, 2019
https://twitter.com/Prakash67583029/status/1163409633484009472
कर्नाटक में अब इस पर राजनीति तेज हो गई है.
ಕನ್ನಡ ನೆಲ-ಜಲ-ಭಾಷೆಯ ರಕ್ಷಣೆಗಾಗಿ ನಡೆಯುವ ಹೋರಾಟವನ್ನು ರಾಜ್ಯ ಸರ್ಕಾರ ಗೌರವಿಸಬೇಕು, ದಮನಿಸಲು ಹೋಗಬಾರದು.
ಅವರ ನ್ಯಾಯಬದ್ಧ ಬೇಡಿಕೆಗಳನ್ನು ಈಡೇರಿಸಬೇಕು, ಅಸಾಧ್ಯವಾದುದನ್ನು ಅವರಿಗೆ ತಿಳಿಸಿ ಮನವರಿಕೆ ಮಾಡಿಕೊಡಬೇಕು.#ReleaseKannadaActivists
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) August 19, 2019