इजरायल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की पार्टी को फिर बहुमत नहीं मिला है. इजरायल में पांच महीने के अंदर दूसरी बार हुए चुनाव में 94 फीसदी मतगणना के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी को 31 सीटें मिली हैं. मुख्य प्रतिद्वंद्वी ब्लू ऐंड वाइट को लिकुड से एक सीट ज्यादा यानी 32 सीटें मिली हैं. इजरायल में 120 सदस्यीय संसद के लिए 17 सितंबर को चुनाव हुए थे.
With 94.4% of the votes counted, Blue and White stands at 32 seats while the @Likud_Party stands at 31 seats. #IsraElections2019 #IsraElex19v2 https://t.co/tmUaubQYZF
— The Jerusalem Post (@Jerusalem_Post) September 19, 2019
वहीं दोनों प्रमुख गठबंधनों में से वामपंथी धड़े को 56 जबकि नेतन्याहू के नेतृत्व वाले दक्षिणपंथी धड़े को 55 सीटें मिली हैं. इस तरह दोनों धड़ों को सरकार बनाने के लिए 61 सीटों का जरूरी बहुमत हासिल नहीं हुआ है. नेतन्याहू इजरायल के सबसे लंबे समय तक रहने वाले प्रधानमंत्री हैं. वह 10 वर्षो से इस पद पर काबिज हैं.
Benjamin Netanyahu’s gamble to hold elections for a second time this year collapsed in a stunning deadlock https://t.co/7eq3TSoLuw
— Bloomberg (@business) September 18, 2019
दिलचस्प यह है कि इजरायल बेइतेनु पार्टी को नौ सीटें मिली हैं. इसके नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एविगदोर लीबरमैन हैं और कहा कि वह किसी गठबंधन से नहीं जुड़ेंगे. 61 वर्षीय लाइबरमैन ने जोर देकर कहा कि वो किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होंगे.
Israel election results: Israelis have spoken – the Netanyahu era is over https://t.co/xizgbsoZ9R
— Haaretz.com (@haaretzcom) September 18, 2019
बता दें कि लीबरमैन नेतन्याहू के सहयोगी रह चुके हैं. सरकार बनाने के लिए 61 सीटों की जरुरत है. इस तरह से सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है.
Israel elections: Likud, Blue and White in a deadlock with over 90% of ballots counted
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— ANI Digital (@ani_digital) September 18, 2019
चुनाव से पहले प्रचार के दौरान तेल अवीव में नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे. लोग लोकतंत्र के पक्ष में और भ्रष्टाचार विरोध नारे लगाये थे.
https://twitter.com/Ian56789/status/1173290711980150785
उल्लेखनीय है कि बहुमत वाली गठबंधन सरकार बनाने में नाकाम रहने पर नेतन्याहू ने मध्यावधि चुनाव की घोषणा की थी.
https://twitter.com/PressTV/status/1173109459465449473
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नेतन्याहू ने व्यापक गठबंधन सरकार बनाने के विचार को खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि ऐसी सरकार नहीं बनाई जा सकती जो उन आतंकियों की तारीफ करने वाली पार्टियों के भरोसे हो जिन्होंने हमारे जवानों नागरिकों और बच्चों की हत्या की हो.
उधर चुनाव परिणाम आने के बाद नेतन्याहू ने अपना संयुक्त राष्ट्र दौरा रद्द कर दिया है. इजराइल में बैलेट पेपर से चुनाव होते हैं, ईवीएम से नहीं.