भारत छोड़ो आंदोलन की 80वीं वर्षगांठ पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश भर में आज़ादी गौरव यात्रा निकाल रही है। यह यात्रा 9 अगस्त से 15 अगस्त के बीच सभी लोकसभा क्षेत्रों में निकाली जायेगी। आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ को देखते हुए न्यूनतम 75 किलोमीटर की यात्रा हर लोकसभा क्षेत्र में निकाली जाएगी। 15 अगस्त को प्रदेश मुख्यालयों पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा।
9 अगस्त भारत के इतिहास का एक निर्णायक दिन है जब महात्मा गाँधी ने ‘करो या मरो’ का नारा देकर अंग्रेज़ी राज के अंत की शुरुआत कर दी थी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का वह आंदोलन 1947 की 15 अगस्त को मिली आज़ादी का आधार बना था। कांग्रेस ने आज़ादी के संघर्ष की अपनी विरासत और स्वतंत्रता आंदोलन के संकल्पों को घर-घर पहुँचाने के लिए यह आज़ादी गौरव यात्रा निकाली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गाँधी ने जिस तरह मोदीराज में लोकतंत्र की मौत होने का ऐलान किया है उसके बाद इस यात्रा का महत्व बढ़ गया है। कार्यकर्ता भी उत्साहित हैं और उन्हें समझ में आ गया है कि आरएसएस और उसकी विचारधारा से टकराना ‘राहुल युग’ की कांग्रेस में होने की बुनियादी शर्त है।
कांग्रेस संगठन ने इस यात्रा की व्यापक तैयारी की है। यूपी के संगठन महासचिव दिनेश सिंह के मुताबिक यह यात्रा यूपी में न्यूनतम 6000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। हर ब्लॉक से न्यूनतम 11 सत्याग्रही मुख्य यात्रा में शामिल होंगे। संगठन के राज्य से लेकर ज़िला स्तर के सभी पदाधिकारी, मौजूदा और पूर्व सांसद, पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रध्वज और कांग्रेस ध्वज के साथ निकाली जाने वाली इस यात्रा की शुरुआत रोज़ाना राष्ट्रगान के साथ होगी और समाप्ति पर संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया जायेगा। यात्रा सत्याग्रही जनता के बीच रात्रि विश्राम करेंगे और कांग्रेस की नीतियों और देश पर मंडरा रहे तानाशाही खतरे के प्रति जागरूक करेंगे।