केंद्र शासित प्रदेश दमण में सरकारी जमीन पर बने घर प्रशासन द्वारा तोड़े जाने के बाद बेघर हुए लोगों द्वारा प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा कर धरने और प्रदर्शन पर पाबन्दी लगा दी है. रविवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने करीब 70 लोगों को गिरफ्तार किया था.
कलेक्टर के कार्यालय से आदेश के अनुसार, धरने से “आम जनता को असुविधा होती है” और “वाहनों के यातायात के सुचारू प्रवाह” और “कार्यालयों और सामान्य रूप से जनता के सुचारू कामकाज” पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.
कश्मीर में तालाबंदी के विरोध में अपने पद से इस्तीफा दे चुके आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन ने जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि नारा लगाने, सार्वजनिक बैठक करने से पूरे दमण में असुविधा पैदा हो गई है ?
Slogan shouting & use of loud speakers, & holding of public meeting in the entire Daman district causes inconvenience to general public & adversely affects traffic!
In the entire district!
It is going to get normalised friends. #Resist. pic.twitter.com/59RjzAwCR1
— Kannan Gopinathan (@naukarshah) November 3, 2019
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशासन ने करीब 120 अवैध घरों को तोड़ा है जिसके बाद से लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. दमण के डीएम डॉ.राकेश मिन्हास ने प्रदर्शनकारियों को रखने के लिए दो स्कूलों को जेल में तब्दील कर दिया है.