केरल के मुख्यमंत्री ने आज अपनी विधानसभा में ऐसा बयान दिया है जिससे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कलेजे को थोड़ी ठंडक पहुंच सकेगी, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर लिखने वालों की गिरफ्तारी को लेकर पत्रकारों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक के निशाने पर हैं. बीते हफ्ते में हमने यूपी के राम राज की हलकी झलक देखी, लेकिन आज केरल विधानसभा में खुद मुख्यमंत्री विजयन ने चार कदम आगे बढ़ते हुए वाम राज की पूरी फिल्म दिखायी।
पिनरायी विजयन ने विधानसभा को बताया है कि सत्ता संभालने के बाद सीपीएम के मौजूदा राज में कुल 119 लोगों पर सोशल मीडिया पोस्ट में मुख्यमंत्री की आलोचना करने के लिए मुकदमा किया जा चुका है. दिलचस्प यह है कि मुख्यमंत्री ने खुद यह सूचना नहीं दी बल्कि विपक्ष के नेता के गिनवाए 149 के आंकड़े को दुरुस्त करने के चक्कर में उन्हें ऐसा बताना पड़ा.
विजयन ने मई 2016 में कार्यभार संभाला था. इस हिसाब से देखा जाए तो बीते तीन साल के अपने शासनकाल में उनकी आलोचना करने के ‘’जुर्म’’ में औसतन चालीस व्यक्ति प्रतिवर्ष की दर से मुकदमा कायम किया गया.
Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan in state assembly: 119 people have been booked for derogatory posts against the CM on social media, since the government assumed charge. (file pic) pic.twitter.com/CQO3fMEPVC
— ANI (@ANI) June 12, 2019
यह विस्फोटक उद्घाटन ठीक उस वक्त हुआ है जब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पत्रकारों और आम नागरिकों को सोशल मीडिया पोस्ट के कारण गिरफ्तार कराने के चलते आलोचना का केंद्र बने हुए हैं. देशभर के तमाम पत्रकार और एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया सहित केरल के वायनाड से नवनिर्वाचित सांसद और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व तमाम विपक्षी दलों ने सीएम योगी की आलोचना करते हुए इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला करार दिया, लेकिन विजयन की स्वीकारोक्ति से निकली भयावह सूचना पर अब तक किसी का मुंह नहीं खुला है.
If every journalist who files a false report or peddles fake, vicious RSS/BJP sponsored propaganda about me is put in jail, most newspapers/ news channels would face a severe staff shortage.
The UP CM is behaving foolishly & needs to release the arrested journalists. https://t.co/KtHXUXbgKS
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 11, 2019
सीपीएम के राज में अभिव्यक्ति की आजादी के दमन पर आंकड़ा यहीं नहीं रुकता. दि हिंदू बिजनेस लाइन की खबर के मुताबिक सबरीमाला मुद्दे पर विजयन को लेकर की गई टिप्पणी के मामले में कुल 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
केरल विधानसभा की वेबसाइट पर सदन की कार्रवाई में दिए गए एक जवाब का दस्तावेज़ अपलोड है जो कहता है कि राज्य सरकार के 12 कर्मचारियों और एक केंद्रीय कर्मचारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है.
इसमें बताया गया है कि राज्य सरकार के 41 कर्मचारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों पर सोशल मीडिया में टीक-टिप्पणी करने पर कार्रवाई की गई है। इनमें 12 के खिलाफ विभागीय जांच जारी है.
अपने तीन साल के कार्यकाल में विजयन को कई बार पत्रकारों के साथ बुरा बरताव करते देखा जा चुका है लेकिन आम तौर से वे आलोचनाओं के परे रहे हैं. दो साल पुराने एक वीडियो में उन्हें पत्रकारों को ‘’गेट आउट’’ कहते सुना जा सकता है.
मंगलवार को राज्य विधानसभा में खुद मुख्यमंत्री विजयन द्वारा किये गये इस उद्घाटन के बाद अब सवाल है कि क्या वे सभी अब उसी भाषा में उनकी भी आलोचना करेंगे जिस भाषा में यूपी सरकार की निंदा की जा रही थी?
केरल के मुख्यमंत्री का यह बयान विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला के आरोप के जवाब में आया जब उन्होंने कहा कि राज्य में सीएम विजयन के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में अब तक लगभग 149 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि यहां भी वही हो रहा है जो उत्तर प्रदेश में हो रहा है इन दिनों.