ओडिशा के कालाहांडी स्थित लांजीगढ़ के वेदांता रिफाइनरी में सोमवार को हुई भारी हिंसा में दो लोगों के मारे जाने की खबर है। इनमें एक कंपनी का सुरक्षा गार्ड है और दूसरा एक आदिवासी है।
कुछ दिन पहले ही नियमगिरि सुरक्षा सुमिति के नेता लिंगराज आज़ाद को ओडिशा पुलिस ने पुराने मुकदमों में गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें ज़मानत दे दी गई। इसके बाद सोमवार को कुछ आदिवासी कंपनी में रोजगार मांगने गए जहां उनके ऊपर लाठी और गोलियों से हमला किया गया। शुरुआत में तीन लेागों के मारे जाने की खबर आ रही थी।
बाद में वेदांता के प्रशासन ने दो लोगों के मारे जाने की पुष्टि की।
मारे गए आदिवासी का नाम दीना पात्रा है जो कंपनी में ठेका कर्मचारी था। मारे गए सिपाही का नाम सुजीत है। वह ओडिशा औद्योगिक सुरक्षा बल में हवलदार था और कंपनी के गेट पर तैनात था।
इस लाठीचार्ज में कंपनी के 30 आदिवासी मजदूरों को गंभीर चोट आई है।
खबर लिखे ताने तक लांजीगढ़ के निवासी बत्रा की लाश को कंपनी के सामने रखकर धरने पर बैठे हुए थे। बत्रा नियमगिरि की पहाडि़यों में स्थित खम्बेसी गांव का रहने वाला है।