जाति की सड़ांध- ओलंपिक में मेडल मिला तो गूगल पर तलाशने लगे पीवी सिंधु की जाति

टोक्यो ओलंपिक में जहां एक ओर खिलाड़ी जी-जान लगाकर मेहनत करे हैं वहीं दूसरी ओर गूगल पर दर्शकों ने कुछ ऐसा किया है जो शर्मिंदा करता है। गूगल पर टोक्यो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली पुसरला वेंकट सिंधु यानी पीवी सिंधु की जाति ढूंढ़ी जा रही है।

जब सिंधु ने पदक जीता तब उनके खेल के बारे में, उनकी जिंदगी के बारे में, उन्होंने किसे हराया, इस तरह की चीजों से कहीं ज्यादा ये ढूंढा गया कि उनकी जाति क्या है? सिंधु की जाति ढूंढने वालों में सबसे ज्यादा लोग आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, बिहार और गुजरात के हैं।

दरअसल, गूगल पर कब-कौन से शब्द सर्च किए जा रहे हैं, इसकी जानकारी trends.google.com से मिल जाती है। एक अगस्त को जैसे ही सिंधु ने पदक जीता वैसे ही pv sindhu caste पूरे दिन में सबसे ज्यादा ढूंढा जाने वाला कीवर्ड बन गया। गूगल के आंकड़े के मुताबिक सिंधु की कास्ट ढूंढने के लिए लोगों ने काफी मेहनत की है। उन्होंने केवल pv sindhu caste ही नहीं तलाशा है, बल्कि pusarala caste, pusarla surneme caste भी सर्च करते रहे।


पहले भी जाति ढूंढी जाती रही है

कुश्ती खिलाड़ी साक्षी मलिक ने 2016 के रियो समर ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके बाद से लगातार गूगल पर उनकी जाति ढूंढी जाती रही। वहीं एथलीट दीपिका कुमारी महतो ने 2010 के कॉमनवेल्‍थ गेम्स में तीरंदाजी में गोल्ड मेडल जीता था। जोकि इस वक्त दुनिया की नंबर 1 तीरंदाज हैं। 2012 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड दिया गया था। तब से लेकर अब तक गूगल पर लोग उनकी जाति ढूंढते रहते हैं।

ये दर्शाता है कि लोगों की मानसिकता अभी भी क्या है? ऐसी संख्या बहुत है जिन्हें भारत के लिए मेडल लाने से ज्यादा मतलब है किस जाति की खिलाड़ी मेडल ला रही है।

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