भारत के नीरज चोपड़ा ने एथलेटिक्स – ट्रैक एंड फील्ड में इतिहास रच दिया है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला ट्रैक एंड फील्ड गोल्ड मेडल दिला दिया है। जेवलिन थ्रो की प्रतिस्पर्धा में भारत के 23 साल के नीरज चोपड़ा ने दुनिया के शीर्ष और गोल्ड के सबसे तगड़े दावेदार माने जा रहे एथलीट्स को पछाड़ते हुए – भारत के लिए सोना जीत लिया। उन्होंने 6 राउंड्स में अपना बेस्ट 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंका। अंत तक कोई भी एथलीट इस स्कोर के पास नहीं पहुंच सका और इस तरह गोल्ड भारत के नाम हो गया।
इस प्रतिस्पर्धा में सबसे ज़्यादा हैरानी की बात रही, जर्मनी के जेवलिन थ्रोअर जोहानेस वेटर का अंतिम पांच में भी जगह न बना पाना और 3 राउंड के बाद ही बाहर हो जाना। उनको इस प्रतियोगिता के गोल्ड का सबसे तगड़ा उम्मीदवार माना जा रहा था। लेकिन हैरानी की बात है कि वे बुरी तरह विफल रहे।
अंत के राउंड तक पाकिस्तान के अरशद नदीम भी कांस्य पदक की दौड़ में दिख रहे थे। लेकिन आखिरी वक़्त में, चेक रिपब्लिक के विटेस्लाव वेस्ले ने 38 साल की उम्र में ब्रोंज़ मेडल पर दावा कर दिया। उन्होंने आख़िरी वक्त में मेडल टेली में जगह बना ली।
नीरज चोपड़ा, ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बन गए हैं। इसके पहले ये कारनामा सिर्फ अभिनव बिंद्रा ने किया था। नीरज चोपड़ा और देश को बधाई।