जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने के बाद पाकिस्तान के इशारे पर लोगों को गुमराह करने और दुष्प्रचार का एजेंडा चला रहे लोगों पर केंद्र सरकार सख्त है. इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कश्मीर में हालात के बारे में असत्यापित” और “दुर्भावनापूर्ण” सामग्री फैलाने वाले आधा दर्जन से अधिक खातों को निलंबित करने को कहा है.
Government tells Twitter to block accounts inciting anti-India content using Kashmirhttps://t.co/WpUUU1e8MG pic.twitter.com/nuin2YK4bQ
— Hindustan Times (@htTweets) August 12, 2019
गृह मंत्रालय की ओर से भ्रामक जानकारी देने वाले आठ ट्विटर खातों को बंद करने की सिफारिश की गई है. गृहमंत्रालय ने जिन आठ खातों को बंद करने की सिफारिश की गई है उनमें अलगाववादी नेता गिलानी से जुड़े ट्विटर अकाउंट भी शामिल हैं.
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार के सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69 (ए) तहत ट्विटर कम्पनी को भारत विरोधी पोस्ट लिखने वालों का खाता बंद करने के लिए लिखा गया है. सूत्रों ने कहा कि सैकड़ों ट्विटर अकाउंट पर निगरानी की जा रही है. सरकार ने स्पष्ट किया है कि देश विरोधी प्रचार और अलगावादी व भड़काने वाली मुहिम का प्रोपेगैंडा सोशल मीडिया पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
“कश्मीर में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है, इसलिए जो भी इन हैंडल्स का प्रसार कर रहे हैं वे असत्यापित हैं. सूत्रों ने कहा कि पाक की शह पर कई तरह की साजिश रची जा रही है. कट्टरपंथी तत्वों का इस्तेमाल करके स्थिति को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है.
सरकार को संदेह है कि ये हैंडल अलगाववादी नेताओं द्वारा संचालित किए जा रहे हैं, जो स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले घाटी के कुछ हिस्सों में परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि स्वतंत्रता दिवस पर कश्मीर घाटी में प्रत्येक पंचायत में ध्वजारोहण समारोह होगा.