राष्ट्रीय जांच एजेंसी पिछले एक हफ्ते से कश्मीर के सबसे बड़े अंग्रेजी अख़बार ‘ग्रेटर कश्मीर’ के संपादक और मालिक फैयाज अहमद कालू से पूछताछ कर रही है. समाचार पत्र के सूत्रों के अनुसार,फैयाज अहमद कालू से पूछताछ सोमवार को दिल्ली में एनआईए के मुख्य कार्यालय में शुरू हुई थी. इससे पूर्व अखबार के महाप्रबंधक राशिद मखदूमी को एजेंसी द्वारा पूछताछ के लिये समन किया गया था. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कालू को 28 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. तीन दशक पुराने एक मामले में उर्दू दैनिक अफाक के संपादक गुलाम गिलानी कादरी की गिरफ़्तारी के कुछ दिनों बाद यह पूछताछ शुरू हुई.
गुलाम गिलानी कादरी की गिरफ़्तारी के बाद घाटी के पत्रकारों ने निंदा करते हुए कहा था उस घटना को कश्मीर की मीडिया को कुचलने का प्रयास कहा था. हालांकि गुलाम गिलानी कादरी अब जमानत पर बाहर हैं.
The NIA has been questioning the editor and owner of the Greater Kashmir, the largest circulated English newspaper in Kashmir for over a week.https://t.co/47cYzJiliw
— The Telegraph (@ttindia) July 8, 2019
ख़बरों के मुताबिक,अखबार के प्रधान संपादक से 2016 में हिजबुल मुजाहिद्दीन के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के एक मुठभेड़ में मारे जान के बाद हुए प्रदर्शनों के दौरान अखबार में आए कुछ लेखों के सिलसिले में पूछताछ की जा रही है. जम्मू कश्मीर में एनआईए ने पहली बार कश्मीर में छप रहे ऐसे लेखो या खबरों पर शिकंजा कैसा है.
एजेंसी के अनुसार सम्पादक अख़बार के जरिये वहां पर आतंकवाद या अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे है.ग्रेटर कश्मीर राज्य के कश्मीर हिस्से का सबसे बड़ा अखबार है.उसे सरकारी विज्ञापन भी मिलता था किन्तु, फरवरी में, गवर्नर सत्य पाल मलिक के प्रशासन ने ग्रेटर कश्मीर और कश्मीर रीडर में प्रकाशन के लिए सरकारी विज्ञापन भेजना बंद कर दिया.
कालू कश्मीर एडिटर्स गिल्ड के अध्यक्ष थे, लेकिन जब उन्होंने पाया कि गिल्ड सदस्य उसके मूल उद्देश्यों को आगे बढ़ाने की दिशा में सहयोग और समर्थन नहीं कर रहे हैं तो पिछले महीने अपनी बुनियादी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
हैरान करने वाली बात यह है कि फैयाज अहमद कालू से पूछताछ के सम्बन्ध में न तो स्वयं उनके समाचार पत्र ने न ही कश्मीर के किसी अन्य समाचार पत्र ने उनके पूछताछ से संबंधित कोई खबर छापी है.
घाटी में हिंसा और आजादी की मांग को लेकर प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ़ कार्यवाही के तहत अब तक अलगाववादियों से पूछताछ होती थी किन्तु अब यह दायरा पत्रकारों तक फ़ैल गया है.
ख़बरों के अनुसार,राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कट्टरपंथी पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के नाती को 9 जुलाई को उसके समक्ष पेश होने के लिये समन किया है.
हिज़्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वाणी की एक एनकाउंटर में मारे जाने के बाद 2016 में कश्मीर के 3-4 जिलों में हालात खराब हो गए थे. उस समय ग्रेटर कश्मीर में छपे लेखो और संदिग्ध फंडिंग को लेकर ग्रेटर कश्मीर के सम्पादक और एक अन्य कर्मचारी से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ का सिलसिला पिछले एक हफ्ते से चल रहा है. अधिकारियों ने कहा कि पत्रकार से पूछताछ जारी रहने की उम्मीद है.