लेखक और पत्रकार डोड्डिपल्या नरसिम्हमूर्ति को 24 अक्टूबर को तटीय कर्नाटक के रायचूर से गिरफ्तार किया गया था। उन्हें आपराधिक षड्यंत्र, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली सहित अन्य आरोपों के लिए ‘देशद्रोह’ के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। नरसिम्हा पर पुलिस ने आर्म्स एक्ट की धाराओं के अलावा 120 बी, 307 और 385 जैसी संगीन धाराएं लगायी गयी हैं। पुलिस के अनुसार नरसिम्हा पर 2001 में और बेंग्लुरू के जयप्रकाश नगर में 2016 में यूएपीए के तहत भी मुकदमे दर्ज हैं।
सीपीजे ने पत्रकार डोड्डिपल्या नरसिम्हमूर्ति की गिरफ़्तारी की आलोचना करते हुए उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की है.
Karnataka police must immediately release Indian publisher Doddipalya Narasimha Murthyhttps://t.co/xrLevEWxPx
— Committee to Protect Journalists (@pressfreedom) November 1, 2019
डोड्डीपाल्या नरसिम्हामूर्ति गौरी लंकेश के नाम पर बने गौरी मीडिया ट्रस्ट के महासचिव और योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया के कर्नाटक महासचिव हैं। डोड्डीपाल्या नरसिम्हामूर्ति माओवादी होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे ‘वैकल्पिक मीडिया’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलने के लिए पहुंचे थे।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार पुलिस का दावा है कि डोड्डीपाल्या नरसिम्हामूर्ति एक माओवादी हैं और प्रतिबंधित माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सदस्य हैं जो 1994 से पुलिस से छिप रहे थे।
24 अक्टूबर को उन्हें सेमिनार स्थल से गिरफ्तार कर पुलिस ने अदालत में पेश किया जहां अदालत ने डोड्डीपाल्या नरसिम्हामूर्ति को 6 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
स्वराज इंडिया ने पुलिस के आरोपों का खंडन करते हुए उस वक्तव्य की आलोचना की है जिसमें कहा गया है कि डोड्डीपाल्या नरसिम्हामूर्ति बीते बीस वर्षों से फरार थे।
We condemn the misuse of State Police and political vendetta against DMN Murthy who was our Karnataka State Gen. Secretary and also a journalist.
This venomous act against him will be fought with people's democratic power.
➡️Join the protest at Gandhi Statue, Bangalore by 3 pm pic.twitter.com/CLYRid08If
— Swaraj India (@_SwarajIndia) October 28, 2019
डोड्डीपाल्या नरसिम्हामूर्ति की गिरफ़्तारी के विरोध में सोमवार,28 अक्टूबर को बेंगलुरु, नंजनगुडडू, कोलार, माद्या और अन्य स्थानों में विभिन्न प्रगतिशील संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया।
Karnataka protests the arrest of noted journalist and Swaraj India Karnataka general secretary DM Narasimhamurthy.
101 years old freedom fighter Sri HS Doreswamy joined the protest. pic.twitter.com/Jd2WyVBjZv— KP Singh (@kpsingh1966) October 28, 2019
नरसिम्हामूर्ति की गिरफ्तारी पर स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा, ‘मैं नरसिम्हामूर्ति को अच्छे से जानता हूं और अपने साथी की गिरफ्तारी से हतप्रभ हूं। मैं उन्हें पिछले 7 वर्षों से जानता हूं। वे कर्नाटक के बुद्धिजीवियों और पत्रकारों में एक बड़े और लोकप्रिय नाम हैं। स्वराज इंडिया और स्वराज अभियान के साथी के बतौर उन्होंने अंबेडकर के मूल्यों, दलितों के सवालों और किसानों को मसलों को हमेशा ही जोरदार तरीके उठाया है।’
We are blessed to have Freedom Fighter Shri Doreswamy Ji supporting us against political vendetta and malicious charges on our Gen. Secretary and progressive journalist DMN Murthy
Citizens have gathered in Bangalore against oppression and for democratic rights@swarajindia_KA pic.twitter.com/BnLCl26mAU
— Swaraj India (@_SwarajIndia) October 28, 2019
योगेंद्र यादव ने इस गिरफ़्तारी पर गौरीलंकेश न्यूज़ डॉट कॉम पर एक लेख लिखा है.
“We need to steel ourselves for a long battle” : I write on the arrest of my colleague DMN Murthy’s. https://t.co/1ES9dPtftE via @Gauri Lankesh News
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) October 30, 2019
स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और पार्टी के कर्नाटक इकाई के नेता कमलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, ‘नरसिम्हामूर्ति की गिरफ्तारी सरकार का सच उजागर करने वाली आवाजों को दबाने का वही सिलसिला है जो पिछले कई सालों से जारी है।’