जमानत पर रिहा होकर मालेगांव ब्लास्ट केस में मुख्य आरोपी और मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. कांग्रेस के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार 2007 में आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड की फाइल खोलने का मन बना चुकी है. राज्य के कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि वे सुनील जोशी की हत्या के मामले पर कानूनी राय लेंगे.
भाजपा ने कांग्रेस के इस निर्णय को राजनीतिक बदला कहा है. भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, “ऐसा लग रहा है कि मप्र सरकार यह फैसला लेने जा रही है क्योंकि प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के खिलाफ भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ी है”.
बता दें कि 29 दिसंबर 2007 को मध्य प्रदेश के देवास में आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में प्रज्ञा ठाकुर भी आरोपियों में से एक थीं किन्तु सबूतों के अभाव में 2017 में उन्हें बरी कर दिया गया था.
भाजपा से टिकट पाने के बाद प्रज्ञा ठाकुर ने मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे के खिलाफ भी आपत्तिजनक बयान दिया.
#WATCH BJP Bhopal Lok Sabha Candidate Pragya Singh Thakur says 'Nathuram Godse was a 'deshbhakt', is a 'deshbhakt' and will remain a 'deshbhakt'. People calling him a terrorist should instead look within, such people will be given a befitting reply in these elections pic.twitter.com/4swldCCaHK
— ANI (@ANI) May 16, 2019
फिर गाँधी के हत्यारे नाथूराम को देश भक्त कहा जिससे उनकी बड़ी फ़जीहत हुई और पार्टी ने उनके बयान से खुद को अलग करते हुए उसे उनकी निजी राय बताया उसके बाद पहले इंकार और फिर पार्टी के दबाव में प्रज्ञा ठाकुर ने माफ़ी मांगी थी.