ख़बर है कि एनडीटीवी से करीब साठ कर्मचारियों की छुट्टी कर दी गई है। कहीं-कहीं ख़बरों में यह संख्या 100 तक बताई गई है। अधिकतर निकाले गए कर्मचारी तकनीकी कामों में जुड़े थे।…
EPW समुदाय के सदस्यों की ओर से प्रकाशक समीक्षा ट्रस्ट को लिखा गया खुला पत्र ईपीडब्लू पढ़ने वाली बौद्धिक जमात के पुराने सदस्य और हितैशी होने के नाते हम सभी संपादक परंजय गुहा…
क्या आप साहित्यसेवी मुकेश सिंह को जानते हैं ? इस सवाल का जवाब साहित्य से वाक़ई जुड़े लोग आमतौर पर ‘ना’ में ही देंगे। लेकिन हिंदुस्तान अख़बार के लखनऊ संस्करण ने उन पर…
जितेन्द्र कुमार पता नहीं पिछले तीन चार दिनों से बचपन की यह कहानी मुझे बार-बार क्यों याद आ रही है। वाकया यह है कि एक बहुत ‘बड़ा आदमी’ हमारे गांव आने वाला था।…
मीडिया के सांप्रदायिक पूर्वाग्रहों की सैद्धांतिकी (संदर्भ: इस्लामी झंडा=पाकिस्तानी झंडा) दिलीप ख़ान 2010 में अमेरिका में गैलप वर्ल्ड रेलिजन सर्वे में दिलचस्प नतीजे सामने आए। सर्वे में अमेरिका के अलग-अलग प्रांतों के…
पत्रकारिता का संकट पत्रकारों को खा रहा है रवीश कुमार “पत्रकारिता में रिपोर्टिंग का सिस्टम समाप्त हो चुका है। स्टार एंकर अब किसी राष्ट्रीय सवाल को लेकर बैठा होता है। उसकी मेज़ पर…
यक़ीन करना मुश्किल है कि नामी गिरामी समाचार समूहों में ऐसे पत्रकार और संपादक काम करते हैं जिन्हें ‘इस्लामी झंडे’ और पाकिस्तानी झंडे का फ़र्क़ नहीं पता। याकि ऐसी ज़हालत भरी है कि…
सोशल मीडिया के ट्रोलों को लेकर क्या शिकायत करें जब हिंदुस्तान और दैनिक जागरण जैसे शीर्ष हिंदी अख़बारों ने ही देश को सांप्रदायिक आग में झोंकने को अपना लक्ष्य बना लिया है। कल…
14 जुलाई को उत्तर प्रदेश मान्यताप्राप्त संवाददाता समिति के एक गुट के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने अपनी फ़ेसबुक दीवार पर एक ‘अद्भुत दिन’ के बारे में लिखा– “पूर्वाह्न में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और…
प्रकाश के रे कुछ स्त्रियों द्वारा बिना मेकअप की सेल्फ़ियाँ लगाने के फ़ेसबुक अभियान के पक्ष-विपक्ष में पोस्टों और कमेंटों को पढ़ते हुए मुझे नाओमी वूल्फ़ की किताब ‘द ब्यूटी मिथ’ का ध्यान…
अडानी कंपनी के दबाव में पत्रिका ईपीडब्लू से परंजय गुहा ठाकुरता के इस्तीफ़े का मामला अभी गरम ही था कि महाराष्ट्र के वरिष्ठ पत्रकार निखिल वागले पर भी सच बोलने की गाज गिर…
पटना के पत्रकार ‘टाइम्स नाऊ’ से बेहद ख़फ़ा हैं। दरअसल, इस चैनल के पत्रकार प्रशांत कुमार ने दिल्ली से जाकर जद (यू) महासचिव श्याम रजक के घर चाय पी और बहाने से स्टिंग…
संसद के मानसून सत्र के दौरान दिल्ली के जंतर-मंतर पर उमड़ी हज़ारों किसानों की भीड़ की चर्चा तो मंगलवार को खूब रही लेकिन वहां से कुछ किलोमीटर दूर नर्मदा बचाओ आंदोलन के लोगों…
अंग्रेज़ी की यशस्वी पत्रिका इकनॉमिक एंड पॉलिटिकल वीकली (ईपीडब्लू) के संपादक परंजय गुहा ठाकुरता ने अपने पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। कुछ दिनों पहले उन्होंने सरकार द्वारा अडानी पावर को…
अपराध की एक संगीन घटना में पीडि़त द्वारा लिखवाई गई तहरीर और हिंदूवादी संगठनों द्वारा उसके प्रचार ने घटना को सांप्रदायिक रंग दे दिया है। मामला आज़मगढ़ के सरायमीर का है जहां मोबाइल…
विनीत कुमार टाइम्स नाउ, आज आपके शो से पहले मैं ये नहीं जानता था कि गोपाल कृष्ण पहले चायनीज गांधी हुए और फिर तालिबानी गांधी. मैंने जब आपके पैनलिस्ट की जुबान से ये…
अखबारों के डेस्क पर काम करने वाले लोगों का वश चले तो वे कहीं की ईंट से कहीं का रोड़ा जोड़ कर किसी को भी बदनाम कर दें। ताज़ा मामला अमर उजाला अख़बार…
नॉएडा घरेलू कामगार के शोषण मामले में पुलिस के लापरवाह रवैये का हुआ खुलासा! घरेलू कामगार, जोहरा बीबी की एफ.आई.आर को नॉएडा पुलिस ने किया नज़रंदाज़! महागुन निवासियों द्वारा घरेलू कामगारों को ‘बंगलादेशी’…
फर्जी खबरों यानी फ़ेक न्यूज़ के खिलाफ़ अंतरराष्ट्रीय स्तर कुछ मंचों द्वारा चलाए जा रहे सघन अभियान का परिणाम बहुत सार्थक दिख रहा है क्योंकि पाठक खुद जागरूक हो रहा है और सवाल…
मीडियाविजिल संवाददाता अगर किसी अख़बार या टीवी चैनल को लगता है कि सत्ता की भक्ति उसका धंधा बचा ले जाएगी यह ख़बर खास तौर से उसके लिए है। यह खबर उनके लिए भी…
पश्चिम बंगाल के बसीरहाट और बदुरिया में सोशल मीडिया सांप्रदायिक दंगे को भड़काने का काम बखूबी कर रहा है। फेसबुक-व्हाट्सअप पर नकली तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करके उन्हें वायरल कराया जा रहा है।…
परंजय गुहा ठाकुरता के संपादन में निकलने वाली पत्रिका इकनॉमिक एंड पॉलिटिकल वीकली को अडानी समूह के वकीलों की तरफ़ से एक कानूनी नोटिस प्राप्त हुआ है। दिलचस्प यह है कि पत्रिका ने…
इस देश को आज़ादी मिले सत्तर साल हो गए और संविधान को बने भी तकरीबन इतने ही साल हुए, लेकिन आज तक संविधान में वर्णित अनुच्छेद 21 का पूरी तरह सम्मान नहीं किया…
टीवी टुडे ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी ने पिछले दिनों अफ़सोस जताया था कि वे उदय शंकर की प्रतिभा को ठीक से पहचान नहीं पाए। मीडिया मुगल रूपर्ट मर्डोक ने उदय शंकर के…
कल यूपी की राजधानी लखनऊ में जैसा हुआ, वैसा तो इमरजेंसी में भी नहीं हुआ था। देश भर में दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर विचार करने के लिए प्रेस क्लब में इकट्ठा…