"मेरा नजरिया इसलिए नहीं बदला है कि दूसरों की निजी आजादी के संबंध में भारत की सर्वोच्च अदालत की चुप्पी बिना आलोचना के नहीं रह सकती है। मैं अपने ट्वीट वापस लेने का…
ग्लक के यहां दो मूल भाव हैं । एक ठेठ नारीवादी है। सत्ता के ढांचे इस वृत्त को और अधिक निष्ठुरता प्रदान करते हैं और वे आश्रय प्रदान करने के बजाय और अधिक…
पाठकों को याद होगा, अभी दो-तीन दिन पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर उनके सेकुलर होने पर तंज कसने के चक्कर में किस तरह…
स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जरुरी है कि पत्रकार स्थायी विपक्ष में रहें लेकिन यह भी तय करना जरुरी है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मायने क्या हैं? क्या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में किसी…
लव जिहाद को लेकर हुए दुष्प्रचार का मक़सद यह बताना है कि शातिर मुस्लिम नौजवान, भोली-भाली हिंदू लड़कियों को बहकाकर शादी कर लेते हैं। यह वही मनुस्मृति-वादी मिज़ाज है जो स्त्री को निर्णय…
कुछ लोग खुश हो सकते हैं कि सर्वोच्च न्यायालय ने संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में दक्षिण दिल्ली के शाहीनबाग में तीन माह से ज्यादा चले धरने-प्रदर्शनों को लेकर तल्ख टिप्पणी करते हुए…
‘आये हैं सो जाएंगे, राजा-रंक-फ़क़ीर’- जो भी दुनिया में हैं, एक दिन विदा होंगे। अनेक वर्षों से बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले रामविलास जी चुपचाप विदा हो गए। पिछले कई…
25 सितंबर, 2020…शुक्रवार…भारत बंद है…देश भर के किसानों ने किया है, भारत बंद का एलान..लेकिन आजकल हर ज़रूरी मुद्दा, बॉलीवुड की चमक में खोने क्यों लगा है? दरअसल इसे कहते हैं, हेडलाइन मैनेजमेंट……
तो अपने अपमान से आहत राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह उर्फ हरिवंश 23 सितंबर को उपवास करेंगे। उन्होंने इस संबंध में राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नाडयू को जो पत्र लिखा…
“यह आठ शूरवीर हैं इन्हें पहचान लो। आंख बंद करके इनके पीछे चले जाना जब यह बुलाएं। जब यह मिलें इनके हाथों को चूम लेना, जब यह कुछ कहें तो मान लेना क्योंकि…
सरकार के पास इस बात का जवाब नहीं कि लॉकडाउन के बाद तमाम बड़े शहरों से कितना पलायन हुआ, इस दौरान कितने लोगों की जान गयी, लेकिन उसे यह पता है कि सारा…
केशवानंद भारती बनाम केरल सरकार- यह केस सिर्फ कानून के विद्यार्थियों के लिए नहीं सामाजिक-राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय हर व्यक्ति की ज़बान पर रहता है। केशवानंद भारती का 79 वर्ष की अवस्था में…
‘बुल्ला की जाणा मैं कौन?’ अकेले में शून्य को थैया-थैया नाच दिखाकर थक गए फकीर बुल्लेशाह ने कोई तीन सदी पहले किसी दिन यह सवाल खुद से ही पूछा होगा। लेकिन बात पुरानी…
फेसबुक और बीजेपी के बीच गठबंधन पर अब दुनिया की मशहूर पत्रिका ‘टाइम’ ने एक विस्तृत स्टोरी की गयी है। स्टोरी में दावा किया गया है कि फेसबुक में बीजेपी के तमाम पूर्व…
शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के साथी क्रांतिकारी शिव वर्मा को काला पानी की सज़ा हुई थी। वे आज़ाद भारत में भी क्रांतिकारी विचारों की अलग जगाते रहे। यूएनआई अंप्लॉयिज फेडरेशन की 7 वीं कांग्रेस…
इंडियन एक्सप्रेस में कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी.चिदंबरम का ‘अक्रॉस दि आइल’ शीर्षक से साप्ताहिक कॉलम छपता है। बीते रविवार उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के स्वतंत्रता दिवस समारोह में दिये गये भाषण का…
सुप्रीम कोर्ट के वकील और जाने-माने मानवाधिकारवादी प्रशांत भूषण और सुप्रीम कोर्ट के बीच जारी तनातनी के बीच उन पर दोतरफा हमले शुरू हो गये है। कोर्ट से माफ़ी न माँगने पर…
लाल क़िला और मोदी की भाषण शैली लालक़िले की प्राचीर से आज मोदीजी का भाषण सुनकर यही लगा चलो देश निश्चिंत हुआ देश में मोदी शासन में बहुत तरक्की हुई है।देश बुलंदियों…
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ‘मस्जिद के शिलान्यास में न उन्हें बुलाया जाएगा और न वो वहाँ जाएँगे।’ सवाल ये था कि राममंदिर आधारशिला के बाद क्या मस्जिद निर्माण…
प्रियदर्शन जब हर तरफ़ राष्ट्रवाद का शोर है, राष्ट्रगान गाने पर ज़ोर है, तब रवींद्रनाथ टैगोर को याद करने का एक ख़ास मतलब है. टैगोर संभवतः दुनिया के अकेले कवि हैं जिनकी रचनाओं…
1. कितनी रातें बीतती हैं जागते और फिर भी नींद से बाहर नहीं आता हूं आंख बंद होते ही नींद टूट जाती है दिखता है सच जैसा भयानक नहीं कोई सपना एक बच्चे…
आज के अख़बार में एक छोटा-सी न्यूज़ देखा; बस एक कालम की खबर. रामविलास पासवान के सांसद बेटे चिराग का एक बयान है कि वह शबरी के वंशज हैं, और राममंदिर के शिलान्यास…
कुछ दिनों पहले तामिलनाडु उच्च न्यायालय का एक फैसला आया था जिसने सैशन कोर्ट के निर्णय को पलट कर एक व्यक्ति को बेगुनाह साबित कर दिया था। अपराध था अपनी ही बेटी और…
140 वर्ष पूर्व पैदा हुए प्रेमचंद के लेखन और अब घोषित शिक्षा नीति में क्या संगत सम्बन्ध हो सकता है? गांधी के दांडी मार्च (12 मार्च-6 अप्रैल), सविनय अवज्ञा आन्दोलन के समानांतर प्रेमचंद…