ब्रिटेन ने अमेरिका की एंटी-वायरल टैबलेट को कोरोना संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल की मंज़ूरी दे दी है। इस दवा का नाम मोलनुपिराविर है। इसके साथ ही ब्रिटेन पहला देश बन गया है जिसने इस दवा को कोरोना के इलाज में इस्तेमाल करने की अनुमति दी है। यूके ने अक्टूबर में घोषणा की कि वह मोलनुपिराविर की 480,000 खुराक खरीद रहा है।
कोई नकारात्मक परिणाम नहीं..
ब्रिटेन के मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी अथॉरिटी (एमएचआरए) के मुताबिक, यह दवा कोरोना के लक्षणों को कम करने में कारगर साबित हुई है और इसका कोई नकारात्मक परिणाम नहीं देखा गया है। इस दवा को यूके सरकार ने वर्तमान में 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों पर उपयोग की अनुमति देती है।
दवा की समीक्षा कर रहे हैं अमेरिका और यूरोपीय देश..
एमएचआरए के मुताबिक, यह दवा कोरोना संक्रमण के शुरुआती दिनों में कारगर साबित हुई है। इस दवा के आने से ब्रिटेन के अस्पतालों पर बोझ कम होगा। हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह दवा आम लोगों तक कब तक पहुंचेगी। बता दें कि अमेरिका और यूरोपीय देश भी इस दवा की समीक्षा कर रहे हैं। अमेरिका की भी इस दवा की 17 लाख खुराक खरीदने की योजना है।
दवा कोरोना महामारी के खिलाफ गेम चेंजर..
“यह हमारे लिए ऐतिहासिक दिन है। ब्रिटेन दुनिया का पहला देश है जिसने इस दवा को मंजूरी दी है। मरीज इस दवा को घर बैठे ही ले सकते हैं। यह दवा कोरोना महामारी के खिलाफ गेम चेंजर साबित होगी।” (स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावीद, ब्रिटेन)