देश में कोरोना और उसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन दोनो ही हालात को खतरे की ओर ले जा रहे हैं। महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में ओमिक्रॉन के मामले सबसे ज्यादा 351 हैं, और हर रोज़ मामलो की वृद्धि जारी है। इसके साथ ही शुक्रवार को कोरोना के 1700 से अधिक नए मरीज सामने आए। मई के बाद कोरोना के इतने मामले पहली बाद एक दिन में सामने आए हैं। जो चिंता का विषय है।
ऑक्सीजन सपोर्ट पर मरीजों की संख्या भी बढ़ी..
कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के कारण संक्रमण दर 2% को पार कर गई है। वहीं, अब ऑक्सीजन सपोर्ट पर मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। ‘हिंदुस्तान’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली में ऑक्सीजन सपोर्ट पर मरीजों की संख्या बढ़कर 82 हो गई। साथ ही वेंटिलेटर पर भर्ती मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ। लेकिन इन सब के बीच एक अच्छी बात यह हैं कि मौत का कोई मामला सामने नहीं आया है। कोरोना के मामले बढ़ने से दिल्ली में कोरोना के एक्टिव मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
संक्रमण दर में भी हुई तेज़ी..
बता दें कि जून महीने के बाद दिल्ली में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 4410 हो गई है। जैसे-जैसे कोरोना जांच बढ़ रही है, वैसे-वैसे संक्रमण दर भी बढ़ती जा रही है। दिल्ली सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी कोविड-19 स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 73590 लोगों की जांच की गई। जिसमें 62812 लोगों का RTPCR और 10778 का रैपिड एंटीजन टेस्ट द्वारा परीक्षण किया गया। वहीं, कोरोना संक्रमण की जांच दर 2.44 प्रतिशत दर्ज की गई। बता दें कि कोरोना को लेकर अब तक 32724935 सैंपल की जांच हो चुकी है।