पंजाब के संगरूर जिले में 37 वर्षीय जिस दलित की खंभे से बांधकर कर पिटाई की गई थी और पेशाब पीने को मजबूर किया गया था, चंडीगढ़ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। पुलिस अनुसार पीड़ित छांगलीवाला गांव का रहने वाला है।
The man's legs had to be amputated following the injuries.
https://t.co/fqDpdk8mhA— The Indian Express (@IndianExpress) November 16, 2019
पुलिस के मुताबिक चार लोगों के खिलाफ अवैध तरीके से बंधक बनाने और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत लेहरा थाने में मामला दर्ज किया गया है।
9 days after torture, Dalit labourer from Punjab’s Sangrur dies in Chandigarh hospitalhttps://t.co/6sL9sMQl32
— Hindustan Times (@HindustanTimes) November 16, 2019
चांगलीवाला गांव के दलित व्यक्ति का 21 अक्टूबर को रिंकू नामक व्यक्ति और उसके कुछ अन्य साथियों से विवाद हुआ था, लेकिन ग्रामीणों के हस्तक्षेप से मामला सुलझ गया था। पुलिस को बताया कि इसके बाद युवक को रिंकू ने 7 नवंबर को अपने घर बुलाया और चार लोगों ने उसे खंभे से बांधकर पीटा। जब उसने पानी मांगा, तो उसे पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया।
पंजाब अनुसूचित जाति आयोग ने भी संगरूर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मामले में रिपोर्ट देने को कहा है। आयोग की अध्यक्ष तेजिंदर कौर ने एक बयान में कहा कि मीडिया में आई खबरों से घटना की जानकारी मिली जिसके आधार पर स्व संज्ञान लेकर रिपोर्ट तलब की गई है।