उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के बीजेपी से ख़फ़ा होने की खबरें लंबे समय से आ रही थीं लेकिन बिहाहर में ब्राह्मण महासंघ ने एक निर्णायक कदम उठाते हुए राष्ट्रीय ब्राह्मण परिसंघ में अपना विलय कर दिया है और सीवान की सीट से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
बिहार प्रदेश ब्राह्मण महासंघ ने क प्रेस विज्ञप्ति जारी कर के भारतीय जनता पार्टी सहित दूसरे दलों से इस बात की नाराज़गी ज़ाहिर की है कि वे ब्राह्मणों की उपेक्षा कर रहे हैं। 7 अप्रैल को सीवान कार्यालय में हुई महासंघ की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर के महासंघ का विलय राष्ट्रीय ब्राह्मण परिसंघ में किया गया।
बैठक में सभी वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि सारे राजनीतिक दल ब्राह्मणों की उपेक्षा कर रहे हैं इसलिए परिसंघ अब बिहार सहित देश भर में अपने लोकसभा प्रत्याशी खड़ा करेगा। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अनिल तिवारी की सीवान से उम्मीदवारी पर मुहर लगाई गई।
गौरतलब है कि ब्राह्मण आम तौर से भाजपा के वोटर मानते जाते हैं। पहली बार किसी राज्य में चुनाव के दौरान इस जाति विशेष के महासंघ ने भाजपा के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।
प्रेस विज्ञप्ति पर आधारित