प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए शनिवार सुबह असम दौरे से शुरू हुआ ट्विटर ट्रेंड #GoBackModi बीते चौबीस घंटे के दौरान दुनिया भर में लगातार पहले स्थान पर ट्रेंड करते हुए अब भी उसी जगह पर बना हुआ है जबकि प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश के दौरे पर जा चुके हैं।
उत्तर-पूर्व में नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ आंदोलनरत मूलनिवासी असमियों का गुस्सा शनिवार को प्रधानमंत्री पर निकला, तो आज दक्षिण से मोदी विरोधी आवाज़ें प्रबल हुई हैं। पिछली रात से आंध्र और तमिलनाडु के लोग ट्विटर और सोशल मीडिया पर नरेंद्र मोदी का अलग-अलग तरीकों से विरोध कर रहे हैं।
यह हैशटैग अतीत में दो बार ट्रेंड कर चुका है लेकिन इस बार इतने तगड़े विरोध की प्रधानमंत्री उपेक्षा नहीं कर सके और उन्हें आंध्र की अपनी रैली में इस पर बोलना ही पड़ा। काफी रचनात्मक और सकरात्मक तरीके से गोबैक का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि तेलुगुदेसम पार्टी चाहती है कि वे दिल्ली की कुर्सी पर दोबारा जाकर बैठे। उन्होंने कहा- ‘’मुझे भरोसा है करोड़ों लोगों पर कि वे तेलुगुदेसम पार्टी की इच्छा पूरी करेंगे और मोदी को फिर से बिठा देंगे।‘’
ऐसा कहते समय हालांकि मोदी की भंगिमा सहज नहीं थी। उनके चेहरे पर काफी तनाव देखने में आ रहा था। उनके ऐसा कहने पर लोगों के बीच से कोई खास प्रतिक्रिया भी देखने में नहीं आई। यह भाषा के फर्क का असर हो सकता है कि उनकी इस व्याख्या को लोगों के बीच में उत्साहजनक रूप से नहीं लिया गया।
भारतीय जनता ने प्रधानमंत्री की इस अनूठी व्याख्या को ‘’इपिक रिस्पॉन्स ’’ कह कर भाषण के उस अंश का वीडियो ट्वीट किया है।