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मीडियाविजिल / पटना
किसी समाज में किसी मामले में हुआ इंसाफ कैसे नाइंसाफियों के खिलाफ़ दूसरों को खड़े होने की ताकत देता है और समय के साथ नज़ीर बनता जाता है, उसकी ताज़ा मिसाल बिहार में दिखाई दी है जहां एक कबीरपंथी बाबा को दो सगी बहनों के साथ लगातार आठ साल तक दुष्कर्म करते रहने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
विश्व हिंदू परिषद के अशोक सिंघल से लेकर रामविलास पासवान और डॉ. हर्षवर्द्धन तक समान रूप से इस बाबा की पहुंच है। बाबा को संघ और भाजपा का करीबी बताया जाता है। माना जाता है कि बाबा मनमोहन इस बार भाजपा से टिकट लेकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था।
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मामला बिहार के जिला सुपौल स्थित प्रखंड मरौना के पंच भिंडा में कबीर आश्रम का है जिसके महत मनमोहन साहब को पुलिस ने बुधवार को डबल रेप के मामले में गिरफ्तार किया है और उसे चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मनमोहन साहब खुद के नाम के आगे संत लगाता था और कबीर विचार मंच का अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष था। इस कथित संत की पहुंच का दायरा समझने के लिए कुछ तस्वीरें ही काफी हें जिनमें वह बड़े नेताओं के साथ दिखाई दे रहा है।
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कहानी कुछ यूं है कि बिहार की दो सगी बहनें जो लुधियाना में रहती हैं, वे बाबा से प्रभावित होकर कोई आठ साल पहले उनकी शिष्य बन गईं। बाबा ने एक रात एक बहन के साथ बलात्कार किया और उसे डराया धमकाया कि अगर उसने मुंह खोला तो उसका वीडियो इंटरनेट पर डाल दिया जाएगा। दोनों बहनें लगातार आठ साल तक बाबा मनमोहन को बरदाश्त करती रहीं और उन्होंने मुंह नहीं खोला। पिछले दिनों जब डेरा सिरसा के बाबा राम रहीम के खिलाफ बलात्कार के मामले में ऐतिहासिक फैसला आया और उसे उम्र कैद की सजा सुनाई गई, तब जाकर इन बहनों को ताकत मिली कि ये भी अपने अपराधी को उसकी सही जगह तक पहुंचा सकती हैं। इनकी लड़ाई की कमान पटना के अधिवक्ता अभिषेक आनंद ने ली।
इन बहनों ने जो तहरीर 29 जनवरी को महिला थाना सुपौल में दी है उसे नीचे पढ़ा जाना चाहिए।
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तहरीर के अगले ही दिन बाबा को उसके आश्रम से उठा लिया गया और अदालत में पेश किया गया। मनमोहन के ऊपर महिला थाना सुपौल में 29 जनवरी को एफआइआर संख्या 05/19 दर्ज की गई है और उसके उपर आइपीसी की धाराओं 341, 376, 504, 506 और 509 सहित पोस्को कानून की धारा 4/6 में मुकदमा कायम किया गया है।
पीडि़ता के अधिवक्ता अभिषेक आनंद ने पटना से फोन पर मीडियाविजिल को बताया, ‘’यह मामला इतना आसान नहीं था। हम महीने भर से इसमें जुटे हुए थे। चूंकि बाबा बहुत रसूखदार है तो पीडि़ताओं को डर भी था कि कहीं उनके परिजनों की हत्या न करवा दी जाए’’। आनंद ने बताया कि यह तो केवल दो मामले हैं जो सामने आए हैं लेकिन बाबा के पकड़े जाने के बाद उसकी पीडि़त चार और लड़कियों ने मुंह खोलने का फैसला किया है। उन्होंने बताया, ‘’बहुत जल्द बाबा के और दुष्कर्म सामने आएंगे।‘’
आनंद के मुताबिक कम से कम 25 ऐसी लड़कियां हैं जिनके साथ इस बाबा ने बलात्कार किया है। पीडि़ताओं ने करीब एक पखवाड़े पहले अपने साथ हुए अपराध के बारे में भारत के राष्ट्रपति, बिहार के मुख्यमंत्री और सुपौल के एसपी को भी पत्र लिखा था। एसपी का कहना था कि जब तक कोई एक पीडि़ता शारीरिक रूप से वहां उपस्थित न हो, केस बनाना मुश्किल है। बड़ी मशक्कत के बाद लुधियाना से एक पीडि़ता बिहार आने को राजी हुई, जिसके बाद एफआइआर दर्ज की गई और आश्रम पर दबिश देकर बाबा को पकड़ा गया।
गौरतलब है कि मनमोहन साहब के पास कबीर आश्रम पच भिंडा प्रखंड मरौना जिला सुपौल मे लगभग 50 बीघा आश्रम की जमीन है जिसकी कीमत लगभग 50000000 रुपये है। बाबा का यहां पर भव्य आश्रम है जिसकी कीमत भी करोड़ों में होगी। इसके अलावा कबीर आश्रम फुलपरास मधुबनी बिहार में भी बाबा की लगभग 200 बीघा जमीन है जिसकी कीमत लगभग 100 करोड़ है और बाबा का आश्रम भी करोड़ों में होगा। बाबा का एक आश्रम दिल्ली के पटेल नगर में है जिसकी संपत्ति करोड़ों में है। इसके अलावा बाबा का एक आश्रम लुधियाना, पंजाब में भी है जिसकी संपत्ति भी करोड़ों में ही है। बाबा का के नेपाल में तीन जगह आश्रम हैं जिसमें से मुख्य आश्रम कोदरकट्टी सप्तसरी जिला नेपाल के पास है जिसकी लगभग 400 बीघा जमीन है और जिसकी कीमत लगभग 500 करोड़ रुपए बतायी जाती है।