दिल्ली के उपराज्यपाल के आवास पर मंत्रियों संग धरने पर बैठे अरविंद केजरीवाल ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अफ़सरों की हड़ताल खत्म कराने के लिए हस्तक्षेप करने की गुज़ारिश की है। उन्होंने कहा है कि एलजी हड़ताल खत्म नहीं करा रहे हैं और दिल्ली में कामकाज ठप पड़ा है। पढ़िए-
आदरणीय प्रधानमंत्री जी,
पिछले तीन महीनों से दिल्ली के IAS अफ़सर हड़ताल पर हैं। उन्होंने मंत्रियों की सभी बैठकों में आना बंद कर दिया है। IAS अफ़सरों की हड़ताल की वजह से दिल्ली के कई काम प्रभावित हो रहे हैं। दिल्ली के IAS अफ़सरों पर सीधे सीधे LG और केंद्र सरकार का नियंत्रण है। इनका ट्रांसफर, सस्पेंशन, इत्यादि सब कुछ केंद्र सरकार और LG के हाथ में है। दिल्ली सरकार के हाथ में कुछ नहीं है। इसीलिए दिल्ली सरकार इनकी हड़ताल ख़त्म कराने के लिए कुछ नहीं कर पा रही।
भारत के इतिहास में IAS अफसरों की ये पहली हड़ताल है। वह भी तीन महीनों के ऊपर हो गया। ऐसा क्या हो गया की IAS अफसर इतनी लंबी हड़ताल पर हैं। अगर ये अधिकारी दिल्ली सरकार के अधीन होते तो इनकी हड़ताल 24 घंटों में खत्म हो गयी होती। इनपर सारा नियंत्रण LG और केंद्र सरकार का है, और बार-बार गुहार करने के बावजूद LG साहब इनकी हड़ताल खत्म नहीं करवा रहे। इसीलिए, अब लोगों ने कहना शुरू कर दिया है की ये हड़ताल केंद्र सरकार और LG मिलकर करवा रहे हैं।
इस हड़ताल की वजह से दिल्ली के कई काम प्रभावित हो रहे हैं जैसे-
1. बारिशों के पहले नालों की सफाई होनी है पर अफसर मीटिंग में नहीं आ रहे। इस वजह से काम प्रभावित हो रहा है।
2. डेंगू और चिकनगुनिया का मौसम आने वाला है। उसकी तैयारी मीटिंग में कोई अधिकारी नहीं आ रहा। दिल्ली के लोगों पर इसका बहुत बुरा असर पड़ेगा।
3. गर्मी की छुटियों में सारे स्कूलों की रंगाई-पुताई का काम होता है। इस बार IAS अफसरों की हड़ताल की वजह से ये काम अभी तक शुरू भी नहीं हुआ।
4. इनकी हड़ताल की वजह से नए मोहल्ला और पॉली क्लीनिक बनने का काम बिलकुल बंद हो गया है।
5. दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज की आखिरी किस्त जानी है। इनकी हड़ताल की वजह से वह भी रुकी हुई है। कोर्ट के आदेश पर मैं ब्रिज का मुआयना करने गया। मुआयने पर सभी IAS अफसरों ने आने से साफ मना कर दिया।
6. इनकी हड़ताल की वजह से कच्ची कॉलोनियों में चल रहे गली-नाली के सारे काम या तो ठप हो गए हैं और या धीमे हो गए हैं।
7. दिल्ली में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। पहले हर 15 दिनों में प्रदूषण की समीक्षा एवं प्लानिंग बैठक होती थी। IAS अफसरों की हड़ताल की वजह से पिछले 3 महीनों से ये मीटिंग नहीं हो पायी।
इस तरह के ढेरों काम इनकी हड़ताल की वजह से प्रभावित हो रहे हैं। यह हड़ताल आप या LG साहिब ही खत्म करवा सकते हो। चूंकि LG साहिब इस हड़ताल को खत्म नहीं करवा रहे, दिल्ली सरकार और दिल्ली के लोग आपसे हाथ जोड़कर निवेदन करते हैं कि तुरंत इनकी हड़ताल को खत्म करवाएं ताकि दिल्ली के काम फिर से शुरू हो सकें।
सादर
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया, स्वास्थ्यमंत्री सत्येंद्र जैन और रोज़गार और ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल राय के साथ 11 जून से उपराज्यपाल आवास पर धरने पर बैठे हैं। मनीष सिसौदिया और सत्येंद्र जैन ने तो आमरण अनशन भी शुरू कर दिया है,लेकिन एल.जी ने चौथे दिन भी उनसे मुलाकात नहीं की।
एलजी हाउस की किलेबंदी कर दी गई है और किसी को भी बाहर से अंदर नहीं आने दिया जा रहा है। कल आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को भी नहीं मिलने दिया गया।
यही नहीं, आज अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके भाई पुणे से दिल्ली आए थे, लेकिन उन्हें भी मुलाकात करने की इजाज़त नहीं दी गई।
कुल मिलाकर दिल्ली की हालत गंभीर होती जा रही है। प्रशासन पूरी तरह ठप पड़ा है। सरकार के अधिकार के मसले पर सुप्रीम कोर्ट अपनी सुनवाई कई महीने पहले पूरे कर चुका है, लेकिन फ़ैसला रिजर्व है।