संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आज देश भर में महिला किसान दिवस मनाया जा रहा है। दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे धरनों पर खेती किसानी में महिलाओं के योगदान पर चर्चा हुई और विभिन्न महिला संगठनों की ओर से जुलूस निकाले गये। साथ ही सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एस.ए.बोबडे की उस टिप्पणी की निंदा हुई जिसमें उन्होंने महिलाओ को धरने से चले जाने को कहा था।
AIPWA-AICCTU-AICCTU comrades march at Gazipur border in #MahilaKisanDiwas #WomenFarmersAgainstFarmlaws pic.twitter.com/uuOZ5N1EI9
— CPIML Liberation (@cpimlliberation) January 18, 2021
Gazipur border | March by AIPWA and other women’s organisation on #MahilaKisanDiwas #WomenFarmersAgainstFarmLaws pic.twitter.com/9GNGrk5sWR
— CPIML Liberation (@cpimlliberation) January 18, 2021
इस बीच दिलली के टिकरी बार्डर पर एक चार्टर्ड एकाउंटेंट महिला भी आंदोलन का समर्थन करने पहुँची। उसने न सिर्फ आंदोलन का समर्थन किया बल्कि कृषि कानूनों को किसानों के लिए ख़तरनाक भी बताया। ट्विटर पर उसका इंटरव्यू काफी वायरल है। देखिये–
 
Why a Chartered accountant brought women from her family to participate in the farmer protest at Tikri border? pic.twitter.com/cDhitift49
— Sandeep Singh (@PunYaab) January 18, 2021