टेनी की बरख़ास्तगी की माँग लेकर किसानों का राष्ट्रव्यापी रेल रोको, यातायात प्रभावित

संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 अक्टूबर सोमवार सुबह 10 बजे से राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू किया जो शाम चार बजे तक चला। यह आंदोलन लखीमपुर खीरी कांड के विरोध में किया गया। किसानों की मांग है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा  टेनी को बरख़ास्त और गिरफ्तार किया जाए। इसी मांग को पूरा करने के लिए देशव्यापी आंदोलन शुरू किया गया है। जिसका आज पहला दिन था। किसान आंदोलन के कारण कई जगह रेल यातायात प्रभावित रही।देशभर में 150 जगहों पर आंदोलन का असर दिखा। पंजाब और हरियाणा में किसानों के आंदोलन के कारण लगभग 50 ट्रेनें प्रभावित हुई। साथ ही फिरोजपुर से अंबाला खंड में लगभग 50 ट्रेनें प्रभावित रही।

मंत्री की बरख़ास्तगी की मांग

सोमवार सुबह आंदोलन शुरू होने के बाद प्रदर्शनकारी अमृतसर के देवी दासपुरा गांव में रेल पटरी पर ट्रेन की आवाजाही को रोकने के लिए बैठ गए थे। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से रेल रोको आंदोलन पर कहा गया कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने राष्ट्रव्यापी रेल रोको कार्यक्रम की घोषणा की। हरियाणा में, प्रदर्शनकारियों ने बहादुरगढ़ के रेलवे ट्रैक पर बैठ कर विरोध में रेलवे ट्रैक जाम किया। इसी तरह बिहार में वैशाली जिले के लालगंज रेलवे स्टेशन में प्रदर्शनकारी रेल लाइन पर बैठे। वहीं, हरियाणा के सोनीपत रेलवे स्टेशन पर रैपिड एक्शन फोर्स भी तैनात की गई ।

130 जगहों पर ट्रेन सेवा प्रभावित रही..

उत्तर रेलवे के सीपीआरओ के बताए मुताबिक, पंजाब और हरियाणा में किसानों के आंदोलन से करीब 50 ट्रेनें प्रभावित हुई, जबकि 130 जगह पर असर नज़र आया। फिरोजपुर से अंबाला सेक्शन में करीब 50 ट्रेनें प्रभावित रहीं। हालांकि, यूपी के मुरादाबाद से लखनऊ सेक्शन पर रेल यातायात सामान्य रही।

लखनऊ में किसान मोर्चा के नेताओं की गिरफ़्तारी

लखनऊ पुलिस ने सोमवार को आंदोलन से पहले ही कह दिया कि वह रेल रोको आंदोलन में भाग लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। साथ ही पुलिस ने चेतावनी दी कि जिले में 144 सीआरपीसी भी लगाया गया है। सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने वालों को दंडित करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) का इस्तेमाल किया जाएगा। लखनऊ में रेल रोकने जा रहे संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार भी कर लिया गया।

आजमगढ़ में प्रदेश उपाध्यक्ष को और आगरा में कई किसान नेताओं को पुलिस ने नजरबंद किया..

रेल आंदोलन से पहले ही संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकने जा रहे जय किसान आंदोलन के प्रदेश उपाध्यक्ष राजनीति यादव को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। पुलिस के इस रवैया पर राजनीति यादव ने कहा उत्तर प्रदेश सरकार का यह रवैया अंग्रेजों के क्रूर व दमन पूर्वक शासन की याद दिला रहा है। वहीं, आगरा में देर रात किसान नेता चौधरी रामवीर सिंह, सौरभ चौधरी, सत्यवीर चौधरी और धर्मवीर चौधरी को जीआरपी कर्मियों ने नगला हवेली स्थित उनके आवास पर नजरबंद कर दिया था। उन्होंने सोमवार को ट्रेन को राजामंडी स्टेशन पर रोकने का ऐलान किया था। इस पर किसान नेताओं ने कहा कि बीजेपी सरकार में आम लोगों की आवाज़ भी दबाई जा रही है, लेकिन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री को हटाने तक आंदोलन जारी रहेगा।

कई ट्रेनें रद्द हुई, आंदोलन में जा रहे किसानों को पुलिस द्वारा रोका गया…

किसानों के आंदोलन को देखते हुए उत्तर पूर्व रेलवे प्रशासन ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है। लखनऊ जंक्शन मैलानी ट्रेन सोमवार को सीतापुर में और मैलानी लखनऊ जंक्शन ट्रेन सीतापुर से ही चली। इसी तरह का हाल गई जगह रहा। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए किसान नेताओं ने पूरी ताकत लगा दी है। मोर्चे का फोकस इस बार पूर्वी यूपी पर ज़्यादा रहा। कई जगहों पर किसानों के रेल रोको आंदोलन के लिए पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। कई ट्रेनें रद्द हुई। चित्रकूट में पुलिस ने आंदोलन में जा रहे किसानों को रोका।

 रेल रोको आंदोलन का बरेली में कोई असर नहीं…

हालांकि लखीमपुर खीरी कांड के खिलाफ किसानों के रेल रोको आंदोलन का बरेली में कोई असर नहीं पड़ा। पुलिस की सक्रियता के कारण किसान रेलवे ट्रैक तक नहीं पहुंच पाए। किसानों की आंदोलन को लेकर सभी रेलवे स्टेशनों पर अलर्ट भी रहा।

किसान आंदोलन के कारण इन जंगहों पर भी रेल यातायात प्रभावित रहा…

किसान आंदोलन के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे पर भिवानी-रेवाड़ी, सिरसा-रेवाड़ी, लोहारू-हिसार, सूरतगढ़-बठिंडा, सिरसा-बठिंडा हनुमानगढ़-बठिंडा, रोहतक-भिवानी, रेवाड़ी-सादुलपुर, हिसार-बठिंडा, हनुमानगढ़-सादुलपुर तथा श्रीगंगानगर- रेवाड़ी रेलखंडों के बीच रेल यातायात प्रभावित हुआ ।

 

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