आर्टेमिस-3 के निर्माण में हो रही है देरी, 2024 में नही 2025 तक चांद पर इंसानों को भेजेगा NASA!

नासा ने दो साल बाद इंसानों को दोबारा चांद की सतह पर भेजने के अपने मिशन को एक साल और बढ़ा दिया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत 2024 तक अंतरिक्ष यात्रियों को चांद पर भेजने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन मंगलवार को नासा प्रमुख ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अब 2025 तक अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा की सतह पर भेजने की तैयारी की जा रही है।

आर्टेमिस के तहत लैंडिंग यान के निर्माण में हो रही देरी..

इस मिशन का नाम आर्टेमिस है जिसके तहत लैंडिंग यान के निर्माण में देरी हो रही है। नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के प्रमुख बिल नेल्सन ने कहा कि आर्टेमिस अंतरिक्ष यान के निर्माण के लिए स्पेसएक्स से अनुबंध (Contract) पर कानूनी कारणों से देरी हुई है। नेल्सन ने बताया, स्पेसएक्स के साथ कानूनी विवाद के कारण आर्टेमिस -3 के निर्माण में देरी हो रही है।

आर्टेमिस-3 चांद की सतह पर इंसानों को ले जाएगा, वहां पर कुछ दिन रुकेगा..

निर्माण में देरी के कारण चांद की सतह पर इंसानों को लेकर जाने का यह मिशन एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। नेल्सन ने कहा कि मुकदमे में सात महीने से अधिक समय बीत चुका है। इसलिए इस मिशन के 2025 से पहले शुरू होने की कोई संभावना नहीं है। बता दें कि आर्टेमिस-3 न सिर्फ अपोलो-11 की तरह चांद की सतह पर उतरेगा बल्कि कुछ दिनों तक वहीं रहेगा।

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