शरजील इमाम पर राजद्रोह के चार केस, परिजन गिरफ्तार, शाहीनबाग ने पल्ला झाड़ा

जेएनयू और आइआइटी से पढ़े शरजील इमाम पर अलीगढ़ में 16 जनवरी को दिए भाषण के मामले में राजद्रोह के चार केस यूपी, दिल्ली, असम और अरुणाचल में दर्ज कर लिए गए हैं।

दिल्ली पुलिस बिहार में उनके गांव तक पहुंच गयी है। ख़बर है कि उनके चचेरे भाइयों को भी पुलिस ने उठा लिया है। इंडिया अगेंस्ट हेट के नदीम खान ने अपने फेसबुक के माध्यम से यह जानकारी दी है।

शरजील इमाम शाहीन बाग आंदोलन के बीच चर्चा में आए थे। शाहीन बाग आंदोलन के वे शुरुआती आयोजकों में एक रहे। अलीगढ़ के एएमयू में उन्होंने 16 जनवरी को एक भाषण दिया जिसके आधार पर उन पर अलीगढ़ में पहला केस दर्ज किया गया।

असम में गोहाटी क्राइम ब्रांच ने भी शरजील के खिलाफ एक एफआइआर दर्ज की है। उन पर यूएपीए सहित कुछ और धाराएं लगायी गयी हैं।

अब ख़बर है कि असम सरकार ने भी उन पर राजद्रोह का भी मुकदमा कर दिया है।

शरजील पर हुए मुकदमों और शाहीन बाग आंदोलन से उनकी संबद्धता को लेकर उठे विवाद के संदर्भ में शाहीन बाग के आयोजकों ने एक वक्तव्य जारी कर साफ़ किया है कि शाहीन बाग आंदोलन शाहीन बाग़ की महिलाओं द्वारा चलाया जा रहा है जिसमें अब तक लाखों लोग शामिल हुए हैं. शर्जील इमाम इस आन्दोलन का कोई अकेला आयोजक नहीं है.

वक्तव्य में कहा गया है कि आंदोलन का यह 43वां दिन है और इसमें अब तक लाखों लोग लोकतान्त्रिक और धर्मनिरपेक्ष रूप में शामिल हो चुके हैं. ये सभी लोग संविधान में उल्लेखित समानता, स्वतंत्रता और एकता को बचाने के उद्देश्य से शामिल हुए हैं. वक्तव्य में सभी से अपील की गई है कि वे किसी भी तरह के बहकावे में आकर कोई भी विवादास्पद बयान न दें न ही किसी भी तरह की गलत बयानी या अफवाह पर ध्यान दें.

इस बीच वायरल हो रहे शरजील के वीडियो पर तरह तरह की व्याख्याएं आ रही हैं। इस मामले में फेसबुक पर लिखी गयीं दो टिप्पणियां काबिले गौर हैं जिनमें शरजील के भाषण और उसकी गलत व्याख्याओं के बारे में समझाया गया है।

एक पोस्ट पत्रकार दिलीप खान है जिसे नीचे पढ़ा जा सकता हैः

दूसरी पोस्ट स्त्रीकाल के संपादक और नारीवादी कार्यकर्ता संजीव चंदन ने लिखी हैः

शरजील इमाम के भाषण को नीचे सुना जा सकता हैः

https://twitter.com/Iyervval/status/1220972931469045767?s=20

 

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