आरएसएस का ‘सकारात्मकता अभियान’, रेत में सिर डालने जैसा- राहुल

कोरोना को लेकर मचे हाहाकार के बीच आरएसएस और बीजेपी ने सकारात्मक अभियान चलाने का फैसला किया है। इसके तहत लोगों के बीच सकारात्मक रहने की प्रेरणा देने वाले कार्यक्रम होंगे। धर्मगुरुओं से लेकर उद्योगपतियों तक के संबोधन होंगे। इस आशय की छपी ख़बर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने तीखी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा है कि मौजूदा हालात को देखते हुए यह रेत में सिर डालने जैसा है। यह देशवासियों के साथ धोखा है।

राहुल गाँधी ने कहा कि सकारात्मक सोच की झूठी तसल्ली स्वास्थ्य कर्मचारियों और उन्हें परिवारों के साथ मज़ाक़ है जिन्होंने अपनों को खोया है।

 

 

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कोरोना महामारी के बीच सरकार के रवैये को देशवासियों के प्रति क्रूर बताया है।

 

 

उधर, चुनाव एक्सपर्ट प्रशांत किशोर ने भी सकारात्मक अभियान को घिनौना करार दिया है।

 

First Published on:
Exit mobile version