आज़मगढ़ में एक दलित परिवार के घर हुई तोड़फोड़ का मामला तूल पकड़ रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई और पीड़ितों को मुआवज़ा देने की माँग की है।
घटना रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गाँव की है। प्रियंका गाँधी ने ट्वीट किया है किः
रौनापार के पलिया गांव में यूपी पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर हमला करने की खबर आ रही है। वहाँ कई मकानों को तोड़ा गया, सैकड़ों पर मुकदमा दर्ज किया। यह सरकारी अमले की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है। तत्काल दोषियों के ऊपर कार्यवाही हो और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए।
प्रियंका गाँधी ने कई तस्वीरें भी ट्वीट की हैं जिसमें घर में हुई टूट-फूट नज़र आ रही है।
आज़मगढ़, रौनापार के पलिया गांव में यूपी पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर हमला करने की खबर आ रही है। वहाँ कई मकानों को तोड़ा गया, सैकड़ों पर मुकदमा दर्ज किया।
यह सरकारी अमले की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है। तत्काल दोषियों के ऊपर कार्यवाही हो और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए। pic.twitter.com/eOUUZuH5yL
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 5, 2021
उधर, पुलिस का कहना है कि स्थानीय विवाद को सुलझाने गये पुलिस वालों पर हमला किया गया है जिसे लेकर कार्रवाई की गयी है। लेकिन सवाल तो उठता है कि लोगों का घर तोड़ने का अधिकार पुलिस के पास कैसे आ गया? पुलिस क्या कानून से ऊपर है। स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता इस मामले में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।